कांवड़ सेवा का महत्व भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक-श्रीमहंत बिष्णु दास
श्रीगुरूसेवक निवास में जारी है सेवा शिविर एवं भण्डारा,हजारों शिवभक्तों की प्रतिदिन सेवा
हरिद्वार। महादेव के सेवकों की सेवा को पहला ध्येय मानते हुए श्रीगुरू सेवक निवास उछाली आश्रम में कॉवड़ियों के लिए सेवा शिविर अनवरत जारी है। गत वर्ष की भॉति इस वर्ष भी 12जुलाई से प्रारम्भ हुए कॉवड़ सेवा एवं भण्डारा शिविर में प्रतिदिन हजारों शिवभक्तों को दिन एवं सायंकाल का भोजन एव चाय ंनाश्ता,पानी आदि उपलब्ध कराया जा रहा है। उछाली आश्रम परमाध्यक्ष श्रीमहंत बिष्णु दास महाराज ने कहा कि आश्रम का पहला प्रयास मानव सेवा है,खासकर सनातन को मजबूत करने में जुटे सेवकोे की सेवा बहुत ही अच्छा है। बताया कि श्रावण मास में शिवालयों में होने वाले जलाभिषेक के लिए दूर दराज से आने वाले शिवभक्तों की यथासंभव सेवा भी पूण्य का कार्य है। महंत बिष्णु दास ने कहा कि कांवड़ सेवा का महत्व भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। यह यात्रा भक्तों को भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने और उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने का एक तरीका है। उन्होने कहा कि श्रावण मास में कावड़ियों की सेवा करने का अवसर एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण अवसर है, जो हमें भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का माध्यम प्रदान करता है। इस सेवा के माध्यम से हम न केवल अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन करते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन और सेवा की भावना को भी बढ़ावा देते हैं। श्रावण मास में कावड़ियों की सेवा करना एक पवित्र और पुण्यदायी कार्य है,जो न केवल हमारे जीवन को सुख,शांति और समृद्धि से भर देता है,बल्कि सनातन से चली आ रही धार्मिक परम्परा को और मजबूती प्रदान करता है।महंत बिष्णु दास महाराज ने बताया कि सेवा शिविर के माध्यम से शिवभक्त श्रद्वालुओं को भोजन,नाश्ता,चाय पानी आदि की सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होने बताया कि यह सेवा शिविर कॉवड मेला चलने तक चलता रहेगा। शिविर में भोजन प्रसाद ग्रहण करने के लिए आने वाले कॉवड़ियों को गंगा जी की स्वच्छता,मेला के दौरान पुलिस द्वारा बनाये गये नियमों का पालन करने का भी आहवान किया जा रहा है।शिविर संचालन में सहयोग करने वालों में महंत सीताराम दास,महंत कन्हैया दास,पुनीत दास जी, राजाराम,गगन बापूरिया,सुभाष चंदवानी,सुरेश खेड़ा,अशोक हलुवाई,हर्षित आहूजा,गिरधारी लाल आदि शामिल रहे।