धूमधाम से मनाया गया जगद्गुरू आश्रम का वार्षिकोत्सव

हरिद्वार से कश्मीर की यात्रा करेगा संत समाज-स्वामी राजराजेश्वराश्रम


हरिद्वार। कनखल स्थित जगद्गुरू आश्रम का वार्षिक उत्सव आश्रम के परमाध्यक्ष जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज के सानिध्य में धूमधाम से मनाया गया।इस अवसर पर हवन यज्ञ आदि सहित कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी,निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी,अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज,जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी सहित कई संत महंत व गणमान्य लोग शामिल हुए।शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने सभी को आशीर्वाद देते हुए रकहा कि तीर्थ यात्राएं भारत की प्राचीन परंपरा है।तीर्थयात्राएं समाज में समरसता स्थापित करती है।पुर्ननिर्माण प्रकृति और मनुष्य की सहज प्रवृत्ति है।संत समाज हरिद्वार से कश्मीर की यात्रा करेगा और सरकार से सनातन धर्म के मठ मंदिरों के पुर्ननिर्माण की मंाग करेगा। यदि सरकार सहयोग नहीं करती है तो संत समाज अपने स्तर पर संसाधन जुटाकर मठ मंदिरों का जीर्णोद्धार और उनका सरंक्षण करेगा।कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि वे सौभाग्यशाली हैं कि जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम के सानिध्य में संतों का आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला।संतों के सानिध्य में धर्म संस्कृति की प्रेरणा मिलती है। गणेश जोशी ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि भारत की अस्मिता पर हमला करने वालों को इसी प्रकार कड़ा जवाब मिलेगा।स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि आश्रम के वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित रूद्र महायज्ञ की पूर्णाहूति पर सभी अखाड़ों के संत महापुरूष शामिल हुए और राष्ट्र के लिए मंगलकामना की।अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज के सानिध्य में दिव्य और भव्य आयोजन किया गया। चारधाम यात्रा पर श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा छेड़े गए छद्म युद्ध के चलते चारधाम यात्रा प्रभावित हुई है। हालात जल्द सामान्य होंगे और यात्रा पूरी भव्यता से चलेगी। पाकिस्तान के साथ युद्धविराम समझौते की प्रशंसा करते हुए अखाड़ा परिषद ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान प्रस्ताव पारित किया गया है कि सभी अखाड़े मिलकर जम्मू कश्मीर की यात्रा करेंगे और लोगों को कश्मीर के विकास के लिए प्रेरित करेंगे। सभी अखाड़ों के मठ मंदिर कश्मीर में है। जिन मंदिरों में पूजा अर्चना नहीं हो रही है। उन मंदिरों में नियमित रूप से पूजा अर्चना का सिलसिला शुरू करेंगे। जम्मू कश्मीर के लोगों का साथ देने के लिए वहां जमीनें खरीदेंगे और धर्मस्थलों का निर्माण करेंगे।