हिन्दी भाषा लोकतंत्र की भाषा के रूप में पल्लवित करने के लिए जन अभियान चलाए जायेंगे
हरिद्वार। उत्तराखंड की विधानसभा में हिन्दी भाषा को जन-जन की भाषा बनाने के लिए प्रस्ताव लाया जाएगा। हिन्दी भाषा लोकतंत्र की भाषा के रूप में पल्लवित करने के लिए जन अभियान चलाए जायेंगे। हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा तो पहले से ही मिला हुआ है लेकिन हिन्दी भाषा को स्कूलीय स्तर पर लोकप्रिय बनाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। हिन्दी भाषा संस्कारों की जननी है और संस्कृति की रक्षक है। आज हिन्दी प्रोत्साहन समिति,उत्तराखण्ड के पदाधिकारियों ने पूर्व केबिनेट मंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जनप्रिय लोक विधायक मदन कौशिक को आज सम्मानित किया।इस अवसर पर हरिद्वार विधायक मदन कौशिक ने खन्नानगर कार्यालय में अपने विचार व्यक्त किए।उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषा ही राष्ट्र सेवा का वाहक है।हिन्दी भाषा के माध्यम से ही देश की आजादी को लड़ा जा सका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सभी कार्यालयों में हिन्दी भाषा में कार्य करने का परचम फहराया है।सरकारी कार्यालयों में हिन्दी की मौलिकता अनवरत बढ़ती जा रही है।हिन्दी भाषा को परिनिष्ठ बनाने के लिए सरकारी महकमें लगातार काम कर रहे हैं।इस अवसर पर हिन्दी प्रोत्साहन समिति,उत्तराखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष डा.पंकज कौशिक ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड हिन्दी भाषा का श्रेष्ठतम राज्य है।यहां पर हिन्दी भाषा बोलने वालों की संख्या भी अधिक है।हिन्दी भाषा को लोकप्रिय बनाने के लिए हिन्दी प्रोत्साहन समिति ने जन आंदोलन शुरू किया है जिसे हरिद्वार जनपद में बेखुबी से चलाया जा रहा है। समिति के प्रदेश महामंत्री कुलभूषण शर्मा और प्रदेश कोषाध्यक्ष हेमन्त सिंह नेगी ने कहा कि हिन्दी भाषा घर-घर तक पहुंचाने का काम समिति द्वारा किया जा रहा है। समिति द्वारा हिन्दी भाषा को सामाजिक स्तर पर उभारने के लिए सम्मानित प्रक्रिया की जा रही है जिससे हिन्दी भाषा लोगों के अन्दर अपना स्थान बना सके।