शांतिकुंज में श्रद्धांजलि सभा,मृतात्मा की शांति सद्गति हेतु विशेष संस्कार व हवन
यह मानवता के लिए गंभीर संकट: डॉ पण्ड्या
हरिद्वार।पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हाल ही में घटित आतंकी हमले ने सम्पूर्ण राष्ट्र को गहरे शोक में डुबो दिया है।इस घटना से आहत अखिल विश्व गायत्री परिवार ने गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में हमले में मृत हुए निर्दाेष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए सामूहिक प्रार्थना की।अपने संदेश में अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ.प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलबाला दीदी जी ने इस कृत्य को मानवता के लिए एक गंभीर संकट बताया।उन्होंने गहरी वेदना व्यक्त करते हुए कहा कि यह कैसी इंसानियत है कि जाति और धर्म पूछकर निर्दाेषों की नृशंस हत्या की जा रही है। ऐसे बर्बर कृत्य करने वालों को कठोरतम दंड मिलना चाहिए,जिससे भविष्य में कोई भी ऐसी अमानवीयता करने से पहले उनकी रुह कांप उठे और उनकी आने वाली कई पीढ़ी इसे याद रखे। इन दिनों देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ.चिन्मय पण्ड्या आस्ट्रेलिया प्रवास पर हैं,वहाँ भी उन्होंने गायत्री परिवार के कार्यकर्त्ताओं संग आतंकी हमले में मृतात्माओं की शांति एवं सद्गति हेतु विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की। डॉ चिन्मय पण्ड्या ने इंसानियत के तौर पर भारत के लिए इसे गंभीर समस्या बताया।शांतिकुंज परिसर में आयोजित विशेष श्रद्धांजलि सभा में शांतिकुंज व देवसंस्कृति परिवार के शताधिक सदस्यों ने मौन रखकर मृत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर शांतिकुंज व्यवस्थापकयोगेन्द्र गिरि ने कहा कि ऐसे अमानवीय कृत्य समाज की चेतना को झकझोरते हैं।इनका विरोध केवल शासन स्तर पर नहीं,अपितु आध्यात्मिक रूप से होना आवश्यक है।इस नरसंहार से गायत्री परिवार के प्रत्येक सदस्य के मन में जबरदस्त रोष है।वहीं मृतात्मा की शांति एवं सद्गति हेतु विशिष्ट वैदिक मंत्रों के साथ सामूहिक हवन आदि जा रहा है।सुरक्षा विभाग समन्वयक नरेन्द्र ठाकुर के नेतृत्व में शांतिकुंज कार्यकर्त्ताओं तथा विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में भाग ले रहे साधकों ने मिलकर शांतिपूर्ण मार्च पास्ट भी किया। इस रैली के माध्यम से उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता व्यक्त की और सरकार से आतंकियों के पूर्ण सफाये की अपील की।