दिव्य महापुरूष थे ब्रह्मलीन आचार्य पुष्पराज महाराज-आचार्य पारस मुनि
हरिद्वार। भूपतवाला स्थित विश्व सद्भावना मंदिर के परमाध्यक्ष आचार्य पारस मुनि महराज के सानिध्य में ब्रह्मलीन आचार्य स्वामी पुष्पराज महाराज का 96वां अवतरण दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया।समारोह में संत समाज और श्रद्धालु भक्तों ने ब्रह्मलीन आचार्य स्वामी पुष्पराज महाराज का भावपूर्ण स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया। आचार्य स्वामी पारस मुनि महाराज ने कहा कि गुरूदेव ब्रह्मलीन आचार्य स्वामी पुष्पराज महाराज दिव्य महापुरूष और धर्मशास्त्रों के प्रकाण्ड विद्वान थे।पूज्य गुरूदेव के सानिध्य में प्राप्त शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए समाज का मार्गदर्शन और आश्रम को सेवा का प्रमुख केंद्र बनाना ही उनके जीवन का उद्देश्य है। स्वामी रविदेव शास्त्री व स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी पुष्पराज महाराज संत समाज के प्रेरणा स्रोत थे।सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन और प्रचार प्रसार में ब्रह्मलीन आचार्य पुष्पराज महाराज का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।उन्होंने कहा कि आचार्य पारस मुनि महाराज की उनके गुरूदेव के प्रति अगाध श्रद्धा सभी के लिए प्रेरणादायी है।दीपक जैन,सौरभ जैन,साध्वी माता चंदन बाला, भक्त दुर्गादास ने फूलमाला पहनाकर सभी संत महापुरूषों का स्वागत किया।इस अवसर पर स्वामी हरिहरानंद, महंत गणेश दास,महंत सुतिक्ष्ण मुनि,महंत साधनानंद, स्वामी शिवानंद, स्वामी दिनेश दास,सुनील तनेजा,ओमप्रकाश वाधवा,विजय,निर्मल बैद,विनोद गुप्ता,शोभा कटारिया,चित्रा पोपली,ज्योति अरोड़ा,रजनी पोपली,हितेश ननकानी,अशोक छलानी,सुभाष ईष्टवाल आदि मौजूद रहे।