दैवीय कार्य है यज्ञ-डा.चिन्मय पण्डया
शांतिकुंज ने अहमदाबाद में किया 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन
हरिद्वार। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज के निर्देशन में गुजरात के अहमदाबाद में 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में हजारों याजकों ने राष्ट्र जागरण के लिए विशेष वैदिक मंत्रों के साथ आहुतियां दी और जीवन को सत्कर्म,स्वाध्याय एवं साधना से सजाने का संकल्प लिया।देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डा.चिन्मय पण्ड्या के मार्गदर्शन में यज्ञ के माध्यम से जन-जन को आत्मिक उन्नयन,राष्ट्र निर्माण और पर्यावरण शुद्धि का संदेश दिया गया। डा.चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि यज्ञ एक दैवीय कार्य है। यहां आप सभी मात्र यज्ञ करने नहीं,बल्कि भारत एवं भारतीय संस्कृति को गढ़ने आए हैं।यह समय राष्ट्र के जागरण का है। उन्होंने कहा कि सौभाग्य उसी के जीवन में आता है।जो अवसर को पहचानने की शक्ति एवं सामर्थ्य रखता है।यज्ञ के समापन से पूर्व युगऋषि परम पूज्य पं.श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा दिए गए गीता के 18अध्याय की तरह 18 सत्संकल्प को दोहराया गया। इस दौरान हजारों गायत्री याजकों के साथ श्रीरामकृष्ण मिशन राजकोट के अध्यक्ष स्वामी निखिलेश्वरानंद भी उपस्थित रहे।डा.पण्डया ने स्वामी निखिलेश्वरानंद को हस्तनिर्मित जूट बैग एवं गायत्री मंत्र दुपट्टा आदि देकर सम्मानित किया।