आध्यात्मिक उन्नति का अवसर हैं नवरात्र-स्वामी कैलाशानंद गिरी
हरिद्वार। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि शक्ति और देवी के नौ स्वरूपों की पूजा आराधना को समर्पित नवरात्र सनातन धर्म का महत्वपूर्ण पर्व है। नवरात्र साधना से जीवन में सकारात्मता आती है।श्रीदक्षिण काली मंदिर में आयोजित नवरात्र साधना के दौरान सातवें नवरात्र पर श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि नवरात्र साधना आध्यात्मिक उन्नति का अवसर है।इसका भौतिक जीवन पर भी गहरा असर पड़ता है।नवरात्रि के दौरान प्रकृति में एक विशिष्ट ऊर्जा होती है,जिसको आत्मसात कर लेने पर व्यक्ति का जीवन पूरी तरह से बदल जाता है।नवरात्र में देवी के नौ स्वरूपों की पूजा आराधना से व्यक्ति में आध्यात्मिक चेतना जागृत होती है,नकारात्मक विचार दूर होते हैं।आत्म शक्ति मजबूत होती है और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है।उन्होंने कहा कि सनानत संस्कृति में देवी को ऊर्जा का स्रोत माना गया है।नवरात्र उपासना से आंतरिक ऊर्जा जागृत होती है।स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी महाराज ने बताया कि नवमी पर गुरूदेव द्वारा 101कन्याओं का पूजन कर साधना की पूर्णाहूति की जाएगी।