द्वादश ज्योतिर्लिंग प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव अनुष्ठान शुरू


हरिद्वार। वेद मंत्रों की ध्वनि से समूचा शिवालिक नगर गुंजायमान हो गया। श्री शिव मंदिर परिसर में शुरू हुए अनुष्ठान में काशी से पधारे विद्वान आचार्य पंडित रामानंद दूबे एवं उनके सहयोगियों पंडित रुपेश महाले,पंडित उमाशंकर,पंडित सुनील कपूरिया के मुख से वेद मंत्रों की ध्वनि सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए।बताते चलें कि देवभूमि उत्तराखंड की पावन भूमि हरिद्वार में सोमवार से द्वादश ज्योतिर्लिंग प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव अनुष्ठान शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में दर्शनार्थियों को हरिद्वार में ही द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शनों का सौभाग्य प्राप्त होगा। काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी के विद्वान आचार्यों के द्वारा संपूर्ण पूजन कार्य संपन्न कराया जा रहा है। श्रीशिव मंदिर समिति रजि शिवालिकनगर के तत्वावधान में आयोजित द्वादश ज्योतिर्लिंग प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव अनुष्ठान का शुभारंभ भव्य एवं दिव्य कलशयात्रा के साथ हुआ काशी विश्वनाथ मंदिर,वाराणसी के विद्वान आचार्य  रामानंद दूबे एवं उनके सहयोगी पं.रूपेश महाले,पंडित उमाशंकर,पं.सुनील कपूरिया एवं मंदिर के पूजारी पं.रामचंद्र नौटियाल,पंडित कैलाश चंद ने मुख्य यजमान विकास मेहता के द्वारा पूजन कार्य संपन्न कराया।इस मौके पर श्रीशिव मंदिर समिति (रजि) के महासचिव शशि भूषण पांडेय ने बताया कि शिव मंदिर परिसर में द्वादश ज्योतिर्लिंग एवं सिद्धिविनायक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव अनुष्ठान सोमवार को शुरू हो गया है। पांच दिवसीय कार्यक्रम का समापन शुक्रवार 25अप्रैल को होगा।उन्होंने कहा कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर,वाराणसी के विद्वान आचार्य पं रामानंद दूबे एवं उनके सहयोगी पं रूपेश महाले पंडित उमाशंकर पंडित सुनील कपूरिया एवं पं रामचंद्र नौटियाल पंडित कैलाश चंद नौटियाल ने मुख्य यजमान विकास मेहता की उपस्थिति में प्रायश्चित,जलयात्रा पंचांग,मंडल प्रवेश एवं मंडल बेदी का आवाहन कार्यक्रम संपन्न कराया।इसके पूर्व भव्य कलशयात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया।बताया गया कि मंगलवार,22अप्रैल को नित्य पूजन के उपरांत अग्नि स्थापन,ग्रह प्रधानादि आवाहन एवं कर्म कुटीर संस्कार संपन्न होगा। कार्यक्रम में संरक्षक संजीव गुप्ता,यशपाल सिंह चौहान,वृन्दावन बिहारी,ललताप्रसाद अध्यक्ष अनिल कुमार माथुर,उपाध्यक्ष अशोक कुमार मेहता,सचिव रामव्रत सिंह कुशवाहा,सचिव रामकुमार, चौहान,सचिव हरिराम कटिहार संयुक्त सचिव ओंकार नाथ कोषाध्यक्ष पवन कुमार सक्सेना सहित अन्य श्रद्वालु जी जान से जुटे हैं।