सभी 308ग्राम पंचायतों में एक-एक सहकारी समिति का गठन किया जाएगा-डॉॅ.रावत
सहकारिता मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने 6 स्वयं सहायता समूहों के ऋण वितरण के चेक
हरिद्वार। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अवसर पर रविवार को ऋषिकुल ऑडिटोरियम में महिला सशक्तिकरण सहकारिता से विषय पर आधारित एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ.धन सिंह रावत एवं विशिष्ट अतिथि महापौर नगर निगम श्रीमती किरन जैसल,जिला अध्यक्ष,भारतीय जनता पार्टी अशुतोश शर्मा,पूर्व जिला अध्यक्ष संदीप गोयल आदि उपस्थिति रहें।इस अवसर पर सहकारिता विभाग के संयुक्त निबंधक (मुख्यालय) एम.पी.त्रिपाठी,सहायक निबन्धक (मुख्यालय) राजेश चौहान,जिला सहायक निबंधक (हरिद्वार) पुष्कर सिंह पोखरिया,एवं जिला सहकारी बैंक लिमिटेड,हरिद्वार की सचिव एवं महाप्रबंधक सुश्री वंदना लखेडा सहित बैंक एवं विभाग के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सहकारिता विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही सहकारिता से जुड़ी महिला शक्तियों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। जिला सहकारी बैंक में कार्यरत 20महिला अधिकारी एवं कर्मचारीगणों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त सहकारिता विभाग तथा जिले की समस्त सहकारी समितियों में कार्यरत महिला कर्मचारियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया,जिससे उनके योगदान को सराहा गया। विभाग में कार्यरत महिलाओं एवं मत्स्य विभाग की सहायक निदेशक श्रीमती गरिमा मिश्रा को भी उनके कार्य हेतु सम्मानित किया गया।इस अवसर पर जिला सहकारी बैंक हरिद्वार के माध्यम से 6स्वयं सहायता समूहों को 5,00,000तक के ऋण वितरण के चेक प्रदान किए गए।हमशरूम उत्पादन को प्रोत्साहित करने हेतु महिला कृषकों को भी ऋण सहायता प्रदान की गई। कार्यक्रम के माध्यम से मत्री द्वारा यह लक्ष्य निर्धारित किया गया कि जनपद हरिद्वार में 50,000महिलाओं को लखपति दीदी के रूप में सशक्त किया जाएगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे निर्धारित लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित करें। साथ ही जनपद की सभी 308ग्राम पंचायतों में एक-एक बहुउददेश्यी सहकारी समिति का गठन किया जाएगा। इन समितियों के माध्यम से पेट्रोल पंप,गैस एजेंसी,जनऔषधि केंद्र,जन सुविधा केंद्र इत्यादि सहकारिता विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं का लाभ सीधे ग्राम पंचायत स्तर तक पहुंचाया जाएगा,जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। यह कार्यक्रम नारी सशक्तिकरण एवं समग्र ग्रामीण विकास की दिशा में सहकारिता विभाग द्वारा किए जा रहे सार्थक प्रयासों का एक प्रेरणादायक उदाहरण सिद्ध होगा।