वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने दिया इस्तीफा,पहाडी महासभा ने किया स्वागत
हरिद्वार। उत्तराखंड के वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने आखिरकार आज मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा में कथित तौर उनके द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करने के बाद से उनसे इस्तीफा मांगा जा रहा था। अत्यधिक दबाव के बीच प्रेमचंद अग्रवाल को इस्तीफा देना पड़ा। इस्तीफा से पहले उन्होंने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उत्तराखंड की स्थापना में अपने योगदान को गिनवाया।पहाड़ी महासभा ने इसका स्वागत करते हुए सरकार के प्रति आपार हर्ष व्यक्त किया है। पहाड़ी महासभा के अध्यक्ष तरुण व्यास ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि प्रेम अग्रवाल ने जो जो कृत्य किया है उसे पर माफी से काम नहीं चलेगा उसके इस्तफे की मांग हम पहले से उठआते आ रहे थे जो आज इस्तीफा देने के बाद हमारी वह लड़ाई सफल हुई।उत्तराखंड की परिकल्पना एक पार्टी राज्य के रूप में की गई थी इसलिए उत्तराखंड में रहने वाला हर इंसान चाहे वह पहाड़ मूल का हो या मैदान मूल का हो सभी पहाड़ी है और प्रेमचंद अग्रवाल ने सभी पहाड़ियों को गाली देने का काम किया था। प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफा देने के बाद आज पहाड़ी महासभा में बहुत खुशी का माहौल है। आपस में मिठाई बाँटकर ख़ुशी मनाई गयी।इस अवसर पर सतीश जोशी,डी.एन.जुआल,दीपक पांडेय,महेश भट्ट,दीपक पांडेय,योगेंद्र नेगी,मनोज सिंह रावत,सुजीत भारद्वाज आदि उपस्थित थे। दूसरी ओर दोपहर बाद अचानक घटी राजनीतिक घटनाक्रम के तहत इस्तीफा से पहले उन्होंने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उत्तराखंड की स्थापना में अपने योगदान को गिनवाया।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य की स्थापना के लिए उन्होंन भी संघर्ष किए और जेल भी गए। लेकिन उनके एक बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया और उन पर तरह-तरह के आरोप लगाए गए। इसलिए वो उत्तराखंड के लिए,उत्तराखंड के विकास के लिए अपने पद से इस्तीफा दे रहे है। हालांकि उन्होंने पत्रकारों के अन्य सवालों का जवाब नहीं दिया और इस्तीफा मुख्यमंत्री को देने की बात कहते हुए भारी मन से उठकर चले गए।