श्रीमद्भावगत कथा के शुभारंभ से पूर्व श्रद्धालुओं ने निकाली कलश यात्रा


हरिद्वार। श्रीराधा रसिक बिहारी भागवत परिवार के तत्वावधान में श्रीराधा रसिक बिहारी मंदिर रामनगर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के शुभारंभ से पूर्व श्रद्धालु भक्तों द्वारा गंगा तट से कथा स्थल तक कलश यात्रा निकाली गयी। कथा व्यास श्रीराधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के संस्थापक भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया कि बताया कि राक्षसों एवं देवताओं द्वारा अमृत प्राप्ति के लिए समुद्र मंथन किया गया। धन्वंतरि समुद्र से अमृत कलश लेकर आए। देवताओं ने अमृत पान किया और राक्षसों का संहार किया। तभी से प्रत्येक पूजन एवं धार्मिक अनुष्ठानों में कलश स्थापना की जाती है। कलश स्थापना कर पूजन करने से घरों में धन धान्य और कारोबार की वृद्धि तथा सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।मुख्य यजमान पूनम,राजकुमार,दीप्ति भारद्वाज,मनोज भारद्वाज, रेनू अरोड़ा,चिराग अरोड़ा,रिंकी भट्ट,रुद्राक्ष भट्ट,संध्या भट्ट,रिंकू शर्मा,हर्ष ब्रह्म,शिमा पाराशर,वीना धवन,वंदना अरोड़ा,दीपिका सचदेवा,रीना जोशी,मोनिका विश्नोई,सारिका जोशी,सोनम पाराशर ,रोजी अरोड़ा,सोनिया गुप्ता,किरन शर्मा,श्वेता तनेजा,शालू आहूजा,अल्पना शर्मा,नीरू सचदेवा, पंडित हेमंत कला,पंडित गणेश कोठारी आदि ने कलश पूजन किया।