देश के सभी सेवानिवृत विवि तथा कालेज शिक्षकों के लिए समान पेंशन योजना लागू की जाए-जेएन शुक्ला
हरिद्वार। ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ रिटायर यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स ऑर्गनाइजेशन के जनरल सेक्रेटरी जे.एन.शुक्ला ने प्रैस क्लब में पत्रकार वार्ता मे जानकारी देते हुए बताया कि संगठन का रहे दो दिवसीय 5वां शैक्षणिक सम्मेलन पावन धाम में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें 18राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 250प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। जे.एन.शुक्ला ने बताया कि मुख्य मुद्दा देश के सभी सेवानिवृत्त विश्वविद्यालय और कॉलेज शिक्षकों के लिए एक समान पेंशन योजना और सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू करना है। सभी पात्र सेवानिवृत्त महाविद्यालय शिक्षकों के लिए प्रोफेसर वेतनमान में पेंशन का निर्धारण।पेंशन के परिवर्तित मूल्य को 15वर्ष से बढ़ाकर 10वर्ष करना।सभी विश्व विद्यालय और कॉलेज शिक्षकों के लिए एक चिकित्सा योजना। पेंशन की अतिरिक्त मात्रा का भुगतान अर्थात 65वर्ष की आयु पर 5प्रतिशत,70वर्ष की आयु पर 10प्रतिशत,75वर्ष की आयु पर 15प्रतिशत और 80वर्ष की आयु पर 20प्रतिशत किए जाने का मुद्दा भी सम्मेलन में उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सबसे परेशान करने वाला मुद्दा पंजाब,हिमाचल प्रदेश, मेघालय और मणिपुर में शिक्षकों के लिए पेंशन की मांग पूरी न होना है। निरंतर प्रयासों के बावजूद,मुद्दा अभी भी अनसुलझा है। इसके लिए राज्य और केंद्र स्तर पर आंदोलन को और मजबूत करने की जरूरत है।सम्मेलन इस संबंध में कार्रवाई का एक कार्यक्रम शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति की बुराइयों,प्रस्तावित यूजीसी नियम 2025 और केंद्रीय स्तर पर राज्यों को स्वायत्तता से वंचित करने और उच्च शिक्षा को केंद्रीकृत करने के अवांछित कदमों का संगठन विरोध करता हैं।भारत जैसे विशाल विविधता पूर्ण देश में,ऐसे कदम बेहद हानिकारक और विभाजनकारी हैं।वंचित शिक्षकों को न्याय दिलाने और राज्य स्तर पर स्वायत्तता बनाए रखने की पूरी कोशिश करेंगे।पत्रकार वार्ता में एस.भट्टाचार्य,डा.हरकचंद,जयंत शुक्ला,हरीशचंदा,अतुल गुप्ता,डा.सत्यनारायण सचान,सुमित तिवारी आदि भी शामिल रहे।