भेल कर्मचारी यूनियनों ने की परिसर में खड़े सूखे पेड़ कटवाने की मांग

हरिद्वार। भेल सेक्टर-3 में हेवी इलेक्ट्रिकन्लस वर्कर्स ट्रेड यूनियन की बैठक का आयोजन किया गया।बैठक में भेल की पांच श्रमिक यूनियनों के सदस्य शामिल हुए। बैठक का संचालन हेवी इलेक्ट्रिकल्स वर्कर्स ट्रेड यूनियन के कार्यवाहक अध्यक्ष रवि कश्यप ने किया। बैठक में भेल के बैरियर नं.1 के पास दो बहनों पर पेड़ गिरने से एक बहन की मौत और एक के गंभीर रूप से घायल हो जाने के मामले पर चर्चा की गयी। हेवी इलेक्ट्रिकल्स वर्कर्स ट्रेड यूनियन के महामंत्री विकास सिंह ने कहा कि भेल परिसर में सड़कों के किनारे कई सूखे तथा खोखले पेड़ खड़े हैं। यूनियन ने भेल प्रबंधन को कई बार इस बारे में अवगत कराया है। भेल प्रबंधन द्वारा वन विभाग से पेड़ काटने की अनुमति मांगी गयी। लेकिन वन विभाग के सुस्त रवैये के कारण परमिशन न दिए जाने से लगातार इस प्रकार के हादसे हो रहे हैं।एबू हीप के अध्यक्ष कुमुद कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विगत वर्षों में इस प्रकार के कई हादसे हो गए हैं। यह भविष्य में ना हो इसके लिए वन विभाग पर भी दबाव बनाना पड़ेगा। सीएफएफपी श्रमिक यूनियन के महामंत्री सचिन चौहान ने कहा कि अभी कुछ समय पहले भी एक पेड़ व्यावसायिक वाहन छोटा हाथी पर गिरने से वाहन चालक की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद भी वन विभाग ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई।एबू सेंट्रल फाउंड्री फोर्ज प्लांट के महामंत्री राजकुमार ने कहा कि पहले भी भेल प्रबंधन पर दबाव बनाया गया। लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।सेंट्रल फाउंड्री फोर्ज वर्कर्स यूनियन के महामंत्री डीके दास ने कहा कि भेल हीप के ब्लॉक-4 के समीप भी एक बरगद का पेड़ पूरा तिरछा हो गया है।भेल प्रबंधन को कई बार इसकी सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।यदि यह पेड़ गिरा तो जान माल की बहुत क्षति होगी।भेल प्रबंधन और वन विभाग से यह मांग करते हैं की भेल परिसर में जहां भी सुखे,खोखले तथा तिरछे पेड़ है उन्हें तुरंत कटवाया जाए। इसके लिए सभी यूनियनों ने एक ज्ञापन भी भेल प्रबंधन और वन विभाग को दिया।बैठक में रवि कश्यप,अरविंद मावी, सुनील कुमार,प्रहलाद चौहान,गगन वर्मा,अतुल मिश्रा,अमित गोगना,विकास पैरेडा,कृपाल सिंह,विनोद कुमार,शिवशंकर सिंह,अजय कुमार,अरुण भट्ट,सुमित गर्ग,अरविंद कुंडू,इंद्रजीत यादव,अशोक सिंह ,बृजेश प्रजापति,पूरन सिंह नेगी,कामता प्रसाद आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।