समस्याओं के समाधान का मार्ग प्रशस्त करता है ज्योतिष-डा.केपी द्विवेदी शास्त्री


हरिद्वार। प्रयागराज कुंभ मेले अरैल क्षेत्र के सेक्टर 24में निषाद राजमार्ग स्थित प्लाट संख्या 24 में अखिल भारतीय ज्योतिष विचार संस्थान में स्थापित अमृत कलश का पावन जल कुंभ को सार्थकता प्रदान कर रहा है।संपूर्ण कुंभक्षेत्र का यह पहला अमृत कलश है। जिसके स्पर्श और दर्शन मात्र से ही कुंभ स्नान का पुण्य फल प्राप्त हो जाता है।ग्यारह कुंभ पर्वों के सभी शाही स्नानो का जल साधकों के जीवन में चमत्कारिक बदलाव ला रहा है।साथ ही कालसर्प योग के आविष्कारक डा.के.पी. द्विवेदी शास्त्री अपनी ज्योतिषीय गणनाओं से जटिल समस्याओं का समाधान एवं पारद शिवलिंग पर प्रतिदिन महारुद्राभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना कर रहे हैं। अखिल भारतीय ज्योतिष विचार संस्थान के अध्यक्ष डा.केपी द्विवेदी शास्त्री ने बताया कि ज्योतिष एक विज्ञान है जो व्यक्ति के लक्षणों एवं दैनिक गतिविधियों में आए परिवर्तनों की गणना कर समस्याओं के समाधान का मार्ग प्रशस्त करता है। जीवन की गति परिवर्तनशील है,जिसकी गणना ग्रहों की स्थिति से होती है।किसी भी काम में आयी रुकावट या बार-बार आने वाली असफलता को विशिष्ट प्रयासों से बदला जा सकता है। उन्होंने प्रयागराज एवं हरिद्वार सहित सभी कुंभ पर्वों को विशिष्ट योग का पर्व बताते हुए कहा कि महाकुंभ और गंगा तट पर किया गया उपाय त्वरित फलदायी होता है।उन्होंने 144 वर्षों बाद आए इस महायोग को जीवन की गति बदलने का विशिष्ट अवसर बताते हुए कहा कि जीवन की दिशा और दशा बदलने के ऐसे अवसर बार-बार नहीं मिलते हैं। प्रयागराज के संगम तट पर आयोजित कुंभ पर्व को महान कल्याणकारी बताते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपना जीवन सार्थक बनाने के हर संभव प्रयास करने चाहिए।उन्होंने शिविर मंडप में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी भी दी।