हरिद्वार। सिक्ख समाज के नौवें गुरु गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस कनखल स्थित निर्मल संतपुरा आश्रम में सादगी से मनाया गया। समागम में जपुजी साहिब का पाठ,श्लोक महला 9 के जाप,इंद्रजीत सिंह प्रिंस (मुक्तसर साहिब वाले) ने कीर्तन और संत बलजिंदर सिंह शास्त्री ने गुरु कथा सुनाकर संगत को निहाल किया। इस अवसर पर संत जगजीत सिंह शास्त्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर को सिद्धांतवादी और निडर योद्धा माना जाता है। वे एक आध्यात्मिक विद्वान और कवि थे,जिनके 115भजन गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल हैं। उन्होंने जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई और कौम के लिए अपनी शहादत दी। इस अवसर पर संत मंजीत सिंह,संत तरलोचन सिंह,अमरजीत सिंह,इंदरजीत सिंह बिट्टू,हरविंदर सिंह,सरबजीत कौर ,सिमरन,हपिंदर सिंह,गुरप्रीत सिंह,राजेंद्र सिंह,रविंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।
शहीदी दिवस सादगी से मनाया
हरिद्वार। सिक्ख समाज के नौवें गुरु गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस कनखल स्थित निर्मल संतपुरा आश्रम में सादगी से मनाया गया। समागम में जपुजी साहिब का पाठ,श्लोक महला 9 के जाप,इंद्रजीत सिंह प्रिंस (मुक्तसर साहिब वाले) ने कीर्तन और संत बलजिंदर सिंह शास्त्री ने गुरु कथा सुनाकर संगत को निहाल किया। इस अवसर पर संत जगजीत सिंह शास्त्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर को सिद्धांतवादी और निडर योद्धा माना जाता है। वे एक आध्यात्मिक विद्वान और कवि थे,जिनके 115भजन गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल हैं। उन्होंने जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई और कौम के लिए अपनी शहादत दी। इस अवसर पर संत मंजीत सिंह,संत तरलोचन सिंह,अमरजीत सिंह,इंदरजीत सिंह बिट्टू,हरविंदर सिंह,सरबजीत कौर ,सिमरन,हपिंदर सिंह,गुरप्रीत सिंह,राजेंद्र सिंह,रविंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।