वरिष्ठ पत्रकार द्वारा रचित गीत गंधा,प्रवाह माधुरी का साहित्यकारों ने किया विमोचन

 हरिद्वार। वरिष्ठ पत्रकार बृजेन्द्र हर्ष हिन्दी साहित्य से भी गहनता से जुड़े हैं,वे अपने आपको हिन्दी सेवी के रूप में ही प्रदर्शित भी करते हैं। उन्होंने अपनी दो पुस्तकों गीत गंधा एवं प्रवाह माधुरी के विमोचन के लिए दो द्विसीय कार्यक्रम का आयोजन अपने पत्रकार संगठन आल मीडिया जर्नलिस्टृस एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित किया। हरिद्वार के मध्य हरिद्वार स्थित एक होटल के सभागार में आयोजित पुस्तक लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता देहरादून से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार असीम शुक्ल ने की। मुख्य अतिथि के रूप में देश के ख्यातिलब्ध गीतकार एवं साहित्यकार धनञ्जयसिंह ने उपस्थित रहकर आयोजन की शोभा बढ़ाई। विशिष्ठ अतिथि के रूप में लखनऊ से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार भूपेन्द्र सिंह होश,संस्कृत साहित्याचार्य, डा.प्रेमलता त्रिपाठी,देहरादून से पधारे इ.शिमोहन सिंह,शादाब अली,सहारनपुर से पधारे डा.विजेन्द्र पाल शर्मा तथा वरिष्ठ साहित्य सेवी विनोद भृंग,रुड़की से आए ख्यातिलब्ध साहित्यकार कृष्ण सुकुमार भी शामिल रहे। दिल्ली से पधारे साहित्यकारों में सर्वश्री,विनय विक्रम सिंह,डा.जयसिंह आर्य,गुरचरण मेहता रजत,जगदीश मीणा,संजय जैन,राजरानी भल्ला, उर्वी ऊदल आदि भी विशिष्ठ अतिथि के रूप आयोजन की शोभा बने। इनके अलावा लगभग सभी स्थानीय साहित्यकारों ने भी इस आयोजन में भाग लिया जिनमें साहित्यकार साधूराम पल्लव, गीतकार रमेश रमन,पं.ज्वाला प्रसाद शाँडिल्य शामिल रहे। सभी अतिथियों का स्वागत नगर के वरिष्ठ समाजसेवी जगदीशलाल पाह्वा एवं वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष त्यागी के साथ अमजा व प्रेस क्लब के वरिष्ठ पत्रकारों ने किया। गरिमापूर्ण वातावरण में सभी अतिथि साहित्य कारों ने दोनों पुस्तकों का लोकार्पण किया। समारोह में साहित्यकारों द्वारा दोनों पुस्तकों की सराहना की गई और कृतिकार ब्रिजेन्द्र हर्ष को दोंनों पुस्तकों के लिए साधुवाद दिया गया। विमोचन समारोह का संचालन दिल्ली से पधारे साहित्यकार विनय विक्रमसिंह ने किया। आयोजन की सभी व्यवस्थाओं की ज़िम्मेदारियों का निर्वहन अमजा की जनपद इकाई के महासचिव मनीश कागरान एवं कौषाध्यक्ष,नरेश तौमर ने किया,उनके साथ समारोह सचिव नरेन्द्र प्रधान,बबलू थपलियाल तथा हर्ष तिवारी ने भी अथक परिश्रम किया। 12नवम्बर को विश्वनाथ धाम आश्रम में एक भव्य कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया,जिसमें बाहर से आए अधिकाँश साहित्य कारों ने भाग लिया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता लखनऊ से पधारे भूपेन्द्र सिंह होश ने की विशिष्ठ अतिथि के रूप में डा.प्रेमलता त्रिपाठी,रमेश रमन व डा.विजेन्द्रपाल शर्मा उपस्थित रहे। कवि सम्मेलन के प्रारम्भ में माँ वाणी की वंदना दिल्ली से पधारीं सुमधुर गीतकार राजरानी भल्ला ने की। संचालन डा.जयसिंह आर्य ने किया। कवि सम्मेलन में कवियों ने सुन्दर रचनाएँ प्रस्तुत कीं और श्रोताओं ने भी कविताओं का जम कर आनंद लिया।