हरिद्वार। विकास भवन रोशनाबाद में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने ग्रामोत्थान परियोजना रीप की मासिक समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में ब्लॉक और सीएलएफ स्टाफ के साथ संवाद कर विकासखंडों और सभी सीएलएफ में ग्रामोत्थान परियोजना रीप के तहत किए गए कार्यों की प्रगति की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। सीडीओ ने स्टाफ से सीधे संवाद करते हुए उनकी उपलब्धियों,चुनौतियों,और आगे की योजनाओं पर चर्चा की। बैठक में ग्रामोत्थान परियोजना से जुड़े विभिन्न पहलुओं की विस्तार से समीक्षा की गई। व्यवसायिक विकास और सीएलएफ का दस्तावेजीकरण-सभी विकास खंडों में चल रहे उद्यमों के व्यवसाय की प्रगति पर चर्चा की गई। सीएलएफ (क्लस्टर लेवल फेडरेशन) के दस्तावेजों को अद्यतन रखने और उनकी प्रगति का विश्लेषण किया गया। अल्ट्रा पुअर कार्यक्रम-विशेष रूप से निर्धन वर्ग के लिए संचालित योजनाओं और उनके कार्यान्वयन की समीक्षा की गई। शेयर धन और बीओडी (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स) की बैठकें-बीओडी बैठकों की फ्रीक्वेंसी और उनमें लिए गए निर्णयों की गुणवत्ता का आकलन किया गया।बैठक में एक विशेष पहल के तहत सीडीओ ने पशु सखियों को किट वितरित की। ये पशु सखियां हाल ही में ऋषिकेश में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी थीं। किट वितरण का उद्देश्य पशु सखियों को अपने कार्य क्षेत्र में और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करना था। सीडीओ ने पशु सखियों को निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्र में पशु डॉक्टरों के साथ समन्वय स्थापित करें और पशुओं से संबंधित समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने पशु सखियों से फीडबैक भी लिया,जिसमें यह समझा गया कि वे इस किट का उपयोग अपने क्षेत्र में कैसे करेंगी और इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। सीडीओ ने बैठक में उपस्थित फील्ड स्टाफ से सीधे संवाद कर उनके कार्यों का मूल्यांकन किया। उन्होंने स्टाफ से पूछा कि उन्होंने अपने क्षेत्रों में क्या-क्या कार्य किए हैं और उनकी प्रगति कैसी है। इसके अलावा,सीडीओ ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि सभी स्टाफ अपने कार्यों को पूरी जिम्मेदारी और ईमानदारी के साथ करें। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी को समय पर अपने निर्धारित लक्ष्य पूरे करने होंगे। जिला परियोजना प्रबंधक ने जिले में चल रही ग्रामोत्थान परियोजना की प्रगति और फील्ड स्टाफ के कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट में सभी विकासखंडों की गतिविधियों का विवरण,लक्ष्यों की प्राप्ति,और परियोजना की चुनौतियों का उल्लेख किया गया। डीपीएम ने सीडीओ को आश्वस्त किया कि सभी कार्य निर्धारित मानकों के अनुरूप पूरे किए जा रहे हैं।