राष्ट्र की एकता अखडंता में संत महापुरुषों की अहम भूमिका: स्वामी केश्वानंद
हरिद्वार। भारत साधु समाज कार्यकारिणी की बैठक गुरुमंडल आश्रम देवपुरा में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता गुरुमण्डल आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी भगवतस्वरूप महाराज ने की। बैठक में भारत साधु समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य श्रीस्वामी सदानंद सरस्वती ने स्वीकृति दी। जो पूर्व में 3मई 2024 को हुई बैठक में द्वारका पीठाधीश्वर महाराज को भारत साधु समाज के अध्यक्ष पद का प्रस्ताव पारित किया गया था। बैठक में स्वामी केश्वानंद महाराज ने कहा कि राष्ट्र की एकता अखड़ता कायम रखने में संत महापुरुषों को एकजुट होना पड़ेगा। जिसके राष्ट्र की एकता अखड़ता को बचाया जा सकता है। महामंडलेश्वर भगवत स्वरूप महाराज ने कहा कि 2025का प्रयागराज महाकुंभ मेला संत महापुरुषों के सानिध्य में सकुशल सम्पन्न होगा। रविवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि स्वर्गााश्रम स्थित भारत साधु समाज की आध्यात्मिक आश्रम स्थित आध्यात्मिक योगाश्रम की भूमि विवाद मुक्त हो जाने पर वहां तीर्थ यात्रियों के लिये भव्य धर्मशाला का निर्माण किया जायेगा। जहां सहजता से यात्रियों को निवास एवं भोजन की व्यवस्था मिलेगी। बैठक में भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी केशवानंद महाराज, महामंडलेश्वर कपिलमुनी महाराज,महंतयोगी सत्यव्रतानंद,आचार्य स्वामी विवेकानंद, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद,महंत प्रकाशानंद,महंत श्यामदास,महंत सदानंद,महंत विष्णुदास,महामंडलेश्वर डा.रामेश्वरदास,अग्नि अखाडे के सचिव महंत साधनानंद,महंत रघुबीर दास,महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि,महंत ब्रह्मचारी कमलानंद,महंतगंगादास,महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरि,महंत रामकुमार दास, महंत किशनदास,डा.संतोष मुनि शास्त्री,स्वामी सूरज मुनी,महंत नामदेव,महंत प्रेमदास,महंत प्रमोद दास,स्वामी नरेद्रानंद,महामंडलेश्वर स्वामी गिरिधर गिरी सहित संत महापुरुष उपस्थित रहे।