हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा पर देश भर से आए श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी सहित विभिन्न घाटों पर गंगा स्नान किया और परिवार के लिए मंगल कामना की। स्नान को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन की और से मेला क्षेत्र को 9 जोन और 33 सेक्टरों में विभाजित कर सुरक्षा और यातायात संचालन के लिए व्यापाक इंतजाम किए गए थे। वर्ष के अंतिम स्नान पर्व कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का पुण्य अर्जित करने के लिए दिल्ली,हरियाणा ,पंजाब, उत्तर प्रदेश,राजस्थान,मध्य प्रदेश आदि तमाम राज्यों से लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे। सवेरे ब्रह्म मुर्हत में शुरू हुआ गंगा स्नान का सिलसिला दिन भर चलता रहा। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के उपरांत सूर्य को अर्ध्य देकर और दान पुण्य करने के साथ मंदिरों में देव दर्शन कर परिवारों के लिए मंगल कामना की। शास्त्रों में कार्तिक पूर्णिमा स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। पंडित जितेंद्र शास्त्री ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने से पूरे वर्ष गंगा स्नान का पुण्य फल प्राप्त होता है। गंगा स्नान कर पितरों को तर्पण देने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर शाम आरती तक लगभग 25लाख श्रृद्धालुगण द्वारा हर की पैड़ी एवं विभिन्न घाटों पर स्नान कर अपने-अपने गंतव्यों को प्रस्थान कर चुके हैं।