कार्तिक पूर्णिमा को भगवान कार्तिकेय ने किया था तारकासुर का वध-स्वामी निर्मल दास

 हरिद्वार। श्री गौ गंगा धाम सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी निर्मल दास महाराज के संयोजन में तारकेश्वर धाम में कार्तिकेय उत्सव मनाया गया। इस दौरान स्वामी निर्मल दास महाराज और श्रद्धालु भक्तों ने आश्रम में दीप जलाए और सभी कार्तिक पूर्णिमा की बधाई दी। स्वामी निर्मलदास महाराज कहा कि मानव कल्याण के लिए पृथ्वी पर आयी मां गंगा के दर्शन,गंगा जल में स्नान और गंगा जल के आचमन मात्र से ही जन्म-जन्मांतर के पापों से मुक्ति मिल जाती है। जीवन भवसागर से पार हो जाता है। तारकेश्वर धाम में कार्तिक पूर्णिमा स्नान करने आए श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी निर्मलदास महाराज ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा को ही भगवान कार्तिकेय ने तारकासुर का वध कर पृथ्वी को राक्षसी आतंक से मुक्त किया था। उन्होंने कहा कि गंगा भारत की धरोहर और करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। गंगा केवल नदी नहीं बल्कि इस कलिकाल में साक्षात वैतरणी है। गंगा स्नान कर पितरों को गंगा जल का तर्पण देने से सभी पितरों को मोक्ष मिल जाता है। उन्होंने कहा कि गंगा भारत की आत्मा है,गंगा की अमृत धारा के बिना जीवन अधूरा है। इसलिए गंगा की अविरलता,निर्मलता और स्वच्छता बनाए रखना प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है।