हरिद्वार। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन ने एसएसपी को ज्ञापन देकर किराएदार सत्यापन प्रक्रिया को सरल किए जाने की मांग की है। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन के अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह ने बताया कि किराएदार सत्यापन प्रक्रिया जटिल होने की वजह से वरिष्ठ नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मकान मालिक द्वारा किराएदार का आधार कार्ड दिखाए जाने पर सत्यापन के लिए आने वाले पुलिसकर्मी उसे महत्व नहीं देते हैं और 10 हजार रूपए का जुर्माना लगा देते हैं। जिससे मकान मालिकों में भय का माहौल है। चौधरी चरण सिंह ने कहा कि सरकारी विभागों में नियुक्ति के समय विभाग नियुक्त होने वाले व्यक्ति के आधार कार्ड को महत्व देते हैं। बाद में सत्यापन क्षेत्रीय पुलिस द्वारा व्यक्ति के गृहनगर की पुलिस से कराया जाता है। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन की राय है कि मकान मालिक अधार कार्ड के अनुसार किराएदार का बायोडाटा क्षेत्र के पुलिस थाने में जमा करें और क्षेत्रीय पुलिस किराएदार के गृहनगर की पुलिस से उसका सत्यापन कराए। किराएदार के संदिग्ध पाए जाने पर मकान मालिक और किराएदार दोनों पर दंडात्मक कार्रवाई की व्यवस्था को लागू किया जाए। चौधरी चरण सिंह ने बताया कि एसएसपी ने संगठन को किराएदार प्रक्रिया का जल्द से जल्द सरलीकरण किए जाने का आश्वासन दिया है। ज्ञापन देने वालों में विद्यासागर गुप्ता,रामसागर सिंह,बाबूलाल सुमन,चौ.चरणसिंह,शिव बचन सिंह आदि वरिष्ठ नागरिक शामिल रहे।
वरिष्ठ नागरिकों ने एसएसपी से की किराएदार सत्यापन प्रक्रिया सरल किए जाने की मांग
हरिद्वार। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन ने एसएसपी को ज्ञापन देकर किराएदार सत्यापन प्रक्रिया को सरल किए जाने की मांग की है। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन के अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह ने बताया कि किराएदार सत्यापन प्रक्रिया जटिल होने की वजह से वरिष्ठ नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मकान मालिक द्वारा किराएदार का आधार कार्ड दिखाए जाने पर सत्यापन के लिए आने वाले पुलिसकर्मी उसे महत्व नहीं देते हैं और 10 हजार रूपए का जुर्माना लगा देते हैं। जिससे मकान मालिकों में भय का माहौल है। चौधरी चरण सिंह ने कहा कि सरकारी विभागों में नियुक्ति के समय विभाग नियुक्त होने वाले व्यक्ति के आधार कार्ड को महत्व देते हैं। बाद में सत्यापन क्षेत्रीय पुलिस द्वारा व्यक्ति के गृहनगर की पुलिस से कराया जाता है। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन की राय है कि मकान मालिक अधार कार्ड के अनुसार किराएदार का बायोडाटा क्षेत्र के पुलिस थाने में जमा करें और क्षेत्रीय पुलिस किराएदार के गृहनगर की पुलिस से उसका सत्यापन कराए। किराएदार के संदिग्ध पाए जाने पर मकान मालिक और किराएदार दोनों पर दंडात्मक कार्रवाई की व्यवस्था को लागू किया जाए। चौधरी चरण सिंह ने बताया कि एसएसपी ने संगठन को किराएदार प्रक्रिया का जल्द से जल्द सरलीकरण किए जाने का आश्वासन दिया है। ज्ञापन देने वालों में विद्यासागर गुप्ता,रामसागर सिंह,बाबूलाल सुमन,चौ.चरणसिंह,शिव बचन सिंह आदि वरिष्ठ नागरिक शामिल रहे।