हरिद्वार। तीर्थनगरी की प्राचीन धार्मिक संस्था श्रीमौनी मंदिर में पं.बाल गोविन्द पाण्डेय के संयोजन में श्रद्धालु भक्तजनों ने अन्नकूट महोत्सव उत्साहपूर्वक मनाते हुए गोवर्धन गिरधारी को छप्पन भोग लगाये।इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण के गोवर्धन स्वरुप की पूजा करते हुए पं. बाल गोविन्द पाण्डेय ने कहा कि अन्नकूट का पर्व सामाजिक एकता व समन्वय का संदेश देता है। साथ ही गोवर्धन व अन्नकूट पूजा हमें कृषि व गौ संरक्षण का भी संदेश देता है। उन्होंने कहा कि जो भक्त गोवर्धन पूजा में भाग लेते हैं उनका अंतर्मन इतना मजबूत हो जाता है कि वह सभी प्रकार के कष्टों का सामना करने में स्वयं सक्षम हो जाते हैं।बाल गोविन्द पाण्डेय ने श्रद्धालु भक्तांे को सम्बोधित करते हुए कहा कि मान्यता है कि आज ही के दिन योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण ने ग्वालों और गोवर्धनवासियों की इन्द्र के प्रकोप से रक्षा करने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा ऊंगली पर धारण किया था। इसी के साथ भगवान ने इन्द्र का मान मर्दन किया था। तभी से भगवान गोवर्धन की पूजा अन्नकूट के रूप में मनायी जाती है। नि.पार्षद अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि विगत 75वर्षों से मौनी मंदिर में निरन्तर गोवर्धन पूजा व अन्नकूट महोत्सव का आयोजन हो रहा है,उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए पं.बाल गोविन्द पाण्डेय के संयोजन में भव्यतापूर्वक इस आयोजन को निरन्तर किया जा रहा है।इस धार्मिक आयोजन ने समाज में समन्ववय,स्नेह और सहयोग को प्रबल किया है। अन्नकूट महोत्सव के माध्यम से न केवल भक्तों को भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर मिलता है,बल्कि समाज के हर वर्ग के लोगों को साथ आने और सांस्कृतिक एवं धार्मिक परंपराओं को बढ़ावा देने का भी सुअवसर प्राप्त होता है। कार्यक्रम के अंत में श्रद्धालु भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से बाल गोविन्द पाण्डेय,एड.राजीव सैनी,विनित जौली,अनिल वशिष्ठ,व्यापारी नेता सुनील सेठी,विदित शर्मा,आकाश भाटी,गोपी सैनी,मनीष पाण्डेय,कलावती समेत सैकड़ों श्रद्धालु भक्तजन उपस्थित रहे।