हरिद्वार। गैर परम्परागत ऊर्जा स्रोतों के माध्यम से हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए, बीएचईएल द्वारा 5मेगावॉट सौर ऊर्जा संयंत्र की एक और इकाई स्थापित की जा रही है। बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक टी.एस.मुरली ने,आज इस महत्वपूर्ण परियोजना का शिलान्यास किया। इस उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए टी.एस.मुरली ने कहा कि आने वाले दिनों में,गैर परम्परागत स्रोतों से मिलने वाली अक्षय ऊर्जा ही बिजली का प्रमुख विकल्प होगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें अक्षय ऊर्जा स्रोतों पर विशेष ध्यान देना होगा और भारत सरकार भी इस दिशा में विशेष प्रयास कर रही है। उल्लेखनीय है कि 15 एकड़ क्षेत्र में बनने वाला यह संयंत्र बीएचईएल हरिद्वार द्वारा,देश के हरित ऊर्जा तथा नेट ज़ीरो लक्ष्य की प्राप्ति में एक महत्वपूर्ण कदम है। पूर्व में स्थापित की गई सौर ऊर्जा संयंत्र की पहली इकाई भी,अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य कर रही है। इस अवसर पर महाप्रबंधक (डब्ल्यूई एंड एस,सीआईएक्स) जे.के.पुन्डीर सहित अन्य महाप्रबंधक,वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी तथा यूनियन एवं एसोसिएशन के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे ।
हरित ऊर्जा,भविष्य की ऊर्जा है-टी.एस.मुरली
हरिद्वार। गैर परम्परागत ऊर्जा स्रोतों के माध्यम से हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए, बीएचईएल द्वारा 5मेगावॉट सौर ऊर्जा संयंत्र की एक और इकाई स्थापित की जा रही है। बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक टी.एस.मुरली ने,आज इस महत्वपूर्ण परियोजना का शिलान्यास किया। इस उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए टी.एस.मुरली ने कहा कि आने वाले दिनों में,गैर परम्परागत स्रोतों से मिलने वाली अक्षय ऊर्जा ही बिजली का प्रमुख विकल्प होगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें अक्षय ऊर्जा स्रोतों पर विशेष ध्यान देना होगा और भारत सरकार भी इस दिशा में विशेष प्रयास कर रही है। उल्लेखनीय है कि 15 एकड़ क्षेत्र में बनने वाला यह संयंत्र बीएचईएल हरिद्वार द्वारा,देश के हरित ऊर्जा तथा नेट ज़ीरो लक्ष्य की प्राप्ति में एक महत्वपूर्ण कदम है। पूर्व में स्थापित की गई सौर ऊर्जा संयंत्र की पहली इकाई भी,अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य कर रही है। इस अवसर पर महाप्रबंधक (डब्ल्यूई एंड एस,सीआईएक्स) जे.के.पुन्डीर सहित अन्य महाप्रबंधक,वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी तथा यूनियन एवं एसोसिएशन के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे ।