महर्षि वाल्मीकि शिक्षाओं को अपने व्यवहार में अपनाने का संकल्प लेना होगा-मानदास महाराज
हरिद्वार। दिवस। कनखल स्थित वाल्मिकी आश्रम में भगवान वाल्मीकि का जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान धर्म ध्वजा फहराकर भगवान वाल्मीकि की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। आश्रम मे हवन पूजन के बाद भंडारे में प्रसाद वितरण किया गया। आश्रम के महंत मानदास महाराज ने कहा कि भगवान वाल्मीकि उनके जीवन और उनकी रचनाओं से हमें सत्य, प्रेम और कर्तव्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। महर्षि वाल्मीकि के जीवन समाज को अनुशासन का पाठ पढता है। महर्षि वाल्मीकि ने सामाजिक सद्भाव और समानता का संदेश दिया। उनके द्वारा दी गई समरसता, सद्भाव तथा मानवता जैसे नैतिक मूल्यों की शिक्षा आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक है। उनके विचार एवं आदर्श हमें बेहतर समाज की स्थापना की प्रेरणा देते रहेंगे। महंत मानदास महाराज ने कहा कि हम सभी को महर्षि वाल्मीकि शिक्षाओं को अपने व्यवहार में अपनाने का संकल्प लेना होगा। यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा व सम्मान होगा। मंहत मानदास महाराज ने अपील करतें हुए कहा कि समाज को शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा आगे बढ़ाने पर जोर देना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में सफाई कर्मचारि आयोग के चेयरमैन अमिलाल वाल्मिकी,पूर्व सफाई कर्मचारी आयोग चेयरमैन किरण पाल वाल्मिकी,विधायक मदन कौशिक,व वाल्मिकी समाज पंचायत कमेटी के अध्यक्ष आत्माराम बेनीवाल,कार्यवाहक अध्यक्ष अशोक तेश्वर,सुरेंद्र तेश्वर, जगदीश वैद,नाथीराम पेवल,घनश्याम पेवल,अशोक वैद,सावन वैद,नीरज छाछर,सुभाष तेश्वर, उमेश कुमार,राजेश कल्याण,राजेंद्र श्रमिक,सोनू चंचल,विपिन पेवल,नीरज चंचल, विनोद चावला, गौरव तेश्वर,जानू पेवल,विशेष ढीलोद,सहित समस्त वाल्मीकि समाज के महिलाए,बच्चे सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।