समाज में तेजी से हो रहे परिवर्तन को वरिष्ठजनों को भी स्वीकार करना चाहिए


 हरिद्वार। सीनियर सिटीजन समाज व परिवार के पथ दर्शक हैं,उन्हें वृद्ध कहना उचित नहीं है,  यह विचार पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख रविंद्र कुमार ने वरिष्ठ कल्याण एवं सेवा समिति की ओर से आयोजित मिलन एवं सम्मान समारोह में व्यक्त किये। मंगलवार को शिवालिक नगर स्थित एक होटल में अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित पीएनबी के मंडल प्रमुख रविंद्र कुमार ने कहा कि समाज में तेजी से परिवर्तन हो रहा है,वरिष्ठजनों को इस परिवर्तन को स्वीकार करना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने वरिष्ठजनों से कहा कि वर्तमान में डिजिटल अरेस्ट एवं साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है जिससे सावधान रहने की आवश्यकता है। इस दौरान पीएनबी के एलडीएम संजय संत ने कहा कि समाज की प्रथम बैंक मातृशक्ति है। उन्होंने बताया कि हमारे बैंक की जिले में 300 शाखाएं हैं। जो समाज उत्थान के लिए कार्य कर रही है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि शिवालिक नगर पीएनबी के मुख्य प्रबंधक अनिल चौहान ने बैंक की ओर से वरिष्ठ नागरिकों के लिए दी जा रही सुविधाओं के बारे में बताया। दूसरे विशिष्ट अतिथि शासकीय अधिवक्ता कुशलपाल सिंह चौहान ने वरिष्ठ नागरिकों को उनसे संबंधित कानून एवं अधिकारों की जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष ब्रज प्रकाश गुप्ता ने कहा की वर्तमान के भागदौड़ की जिंदगी में बच्चे अपने बुजुर्गों को भूल गए हैं,ऐसी स्थिति में बुजुर्गों को घर में अकेले रहने या वृद्धावस्था में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है,जो अत्यंत दुखद है। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को एकजुट रहकर अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन समिति के सचिव एलएस रावत ने किया। कार्यक्रम में 70वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया। इस दौरान कवि भूदेव शर्मा आदि ने कविता पाठ किया। सम्मान समारोह में समिति के संरक्षक केपी सिंह तथा आरके गुप्ता,सुरेश सिंह चौहान,बालेश कुमार गुप्ता,हरकेश सिंह चौहान ,विजय कुमार,सेवाराम धीमान,ए.के.रस्तोगी,संतोष कुमार नेगी,हरिप्रसाद जोशी,हरपाल शर्मा एवं उपेंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।