हरिद्वार। श्रीपंचदश नाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी को सोमवार को सिद्ध पौराणिक पीठ मायादेवी मंदिर में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्री महंत अवधेशानंद गिरि महाराज ने पूर्ण वैदिक विधि विधान से षोडशोपचार पूजा अर्चना कर नगर भ्रमण के लिए रवाना किया।नागा संन्यासियों व श्रद्धालुओं के हर-हर महादेव के जय घोष के साथ पवित्र छड़ी माया देवी मंदिर से बाल्मीकि चौक,शिव मूर्ति चौक,तुलसी चौक,शंकराचार्य चौक,आचार्य किशोरी दास वाजपेई चौक,कनखल होली चौक होते हुए भगवान शिव की ससुराल दक्ष महादेव मंदिर पहुंची। जहां महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने वैदिक मंत्र उच्चारण के मध्य पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर भगवान शिव का जलाभिषेक किया तथा पवित्र छड़ी यात्रा की सफलता की कामना की। पवित्र छड़ी जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज,श्रीमहंत कुश पूरी,श्रीमहंत केदार पुरी,श्रीमहंत महेश पुरी,श्रीमहंत शैलेंद्र गिरी,श्रीमहंत पुष्कर गिरी,श्रीमहंत पूर्णागिरि,श्रीमहंत पशुपति गिरी,महंत महादेवानंद गिरी,महंत महाकालगिरी,महंत आदित्य गिरी आदि के नेतृत्व में महानिर्वाणी अखाड़े पहुंची। जहां श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज सचिव महानिर्वानी अखाड़ा ने साधु संतों व नागा संन्यासियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा जगतगुरु शंकराचार्य द्वारा प्रारंभ की गई पवित्र छड़ी यात्रा धर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। यह पवित्र छड़ी शस्त्र तथा शास्त्र दोनों ही माध्यम से अखाड़ों के द्वारा सनातन धर्म की रक्षा करती चली आ रही है। वर्तमान में बदले परिवेश में पवित्र छड़ी राष्ट्र की प्रगति ,समृद्धि, विकास व उन्नति के उद्देश्य से पूरे देश में भ्रमण कर समाज को जागृत एकजुट होने का संदेश दे रही है। उन्होंने छड़ी यात्रा की सफलता की दक्षेश्वर महादेव तथा मां गंगा से प्रार्थना करते हुए पवित्र छड़ी को रवाना किया।
पूजा अर्चना के बाद नगर भ्रमण के लिए रवाना की पवित्र छडी
हरिद्वार। श्रीपंचदश नाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी को सोमवार को सिद्ध पौराणिक पीठ मायादेवी मंदिर में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्री महंत अवधेशानंद गिरि महाराज ने पूर्ण वैदिक विधि विधान से षोडशोपचार पूजा अर्चना कर नगर भ्रमण के लिए रवाना किया।नागा संन्यासियों व श्रद्धालुओं के हर-हर महादेव के जय घोष के साथ पवित्र छड़ी माया देवी मंदिर से बाल्मीकि चौक,शिव मूर्ति चौक,तुलसी चौक,शंकराचार्य चौक,आचार्य किशोरी दास वाजपेई चौक,कनखल होली चौक होते हुए भगवान शिव की ससुराल दक्ष महादेव मंदिर पहुंची। जहां महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने वैदिक मंत्र उच्चारण के मध्य पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर भगवान शिव का जलाभिषेक किया तथा पवित्र छड़ी यात्रा की सफलता की कामना की। पवित्र छड़ी जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज,श्रीमहंत कुश पूरी,श्रीमहंत केदार पुरी,श्रीमहंत महेश पुरी,श्रीमहंत शैलेंद्र गिरी,श्रीमहंत पुष्कर गिरी,श्रीमहंत पूर्णागिरि,श्रीमहंत पशुपति गिरी,महंत महादेवानंद गिरी,महंत महाकालगिरी,महंत आदित्य गिरी आदि के नेतृत्व में महानिर्वाणी अखाड़े पहुंची। जहां श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज सचिव महानिर्वानी अखाड़ा ने साधु संतों व नागा संन्यासियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा जगतगुरु शंकराचार्य द्वारा प्रारंभ की गई पवित्र छड़ी यात्रा धर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। यह पवित्र छड़ी शस्त्र तथा शास्त्र दोनों ही माध्यम से अखाड़ों के द्वारा सनातन धर्म की रक्षा करती चली आ रही है। वर्तमान में बदले परिवेश में पवित्र छड़ी राष्ट्र की प्रगति ,समृद्धि, विकास व उन्नति के उद्देश्य से पूरे देश में भ्रमण कर समाज को जागृत एकजुट होने का संदेश दे रही है। उन्होंने छड़ी यात्रा की सफलता की दक्षेश्वर महादेव तथा मां गंगा से प्रार्थना करते हुए पवित्र छड़ी को रवाना किया।