हाईटेंशन लाइनों के कारण बच्चों पर खतरा न मण्डराये, लाइन शिफ्टिंग सांसद निधि से

 जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति में बैठक में त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दिए निर्देश


हरिद्वार। हाईटेंशन लाइनों के कारण बच्चों पर खतरा न मण्डराये,इसलिए प्राथमिकता के आधार पर विद्यालयों के ऊपर से गुजर रही विद्युत लाईनों को अन्यत्र शिफ्ट किया जाये। यह निर्देश सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की 42 बिन्दुओं पर सीसीआर में बैठक लेते हुए विद्युत विभाग के अभियन्ताओं को दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि हाईटेंशन लाइनों के कारण बच्चों पर खतरा न मण्डराये,इसलिए प्राथमिकता के आधार पर विद्यालयों के ऊपर से गुजर रही विद्युत लाईनों को अन्यत्र शिफ्ट किया जाये तथा लाइन शिफ्टिंग का खर्च सांसद निधि से वहन किया जायेगा। उन्होंने शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देशित करते हुए कहा कि शिक्षा ही समाज में सम्मान व विशेष पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है,इसलिए सांसद निधि की धनराशि को प्राथमिकता के आधार पर शिक्षा के क्षेत्र में खर्च किया जायेगा। उन्होंने विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या सहित विभिन्न विषयों पर विद्यालयों की डिटेल उपलब्ध कराने के निर्देश मुख्य शिक्षाधिकारी को दिये। उन्होंने निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान विधायकों की शिकायत पर लखनौता-सेरपुर कोटलम-बसवाखेड़ी मार्ग की गुणवत्ता की जांच थर्ड पार्टी से कराने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के साथ किसी भी दशा में समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होंने सभी को स्पष्ट निर्देश दिये कि निर्माण कार्य गुणवत्तायुक्त व समयबद्धता से पूर्ण हों। उन्होंने नेशनल हाईवे के विभिन्न स्थानों पर ड्रैनेज सिस्टम सही करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि आरबीएसके की टीमें निर्धारित रोस्टर के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में पहुुॅचकर चौकअप करें तथा टीम की मोनीटंिरंग हेतु वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाये जाये,प्रत्येक तीन माह के लिए रोस्ट तैयार किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि जनपद में लिंगानुपात बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किये जाये,संदिग्ध अल्ट्रासाउण्ड सेंटरों को सीज किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि अटल आयुष्मान कार्ड का दुरूपयोग रोकने के लिए गहनता से मोनीटरिंग की जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में डेंगू पंख नही पसारे, इसके लिए प्रभावी ढ़ंग से कार्यवाही अमल में लाई जाये। उन्होंने पिंक वैडिंग जोन से हटाई गई महिलाओं के लिए एक सप्ताह के भीतर समाधान करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये ताकि उनके आजीविका संसाधनों पर प्रभाव न पड़े और बैंकर्स स लिया गया ऋण आसानी से चुकाती रहें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि महिलाओं को अधिक से अधिक स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये जाये। उन्होंने महिलाओं को धूप बत्ती आदि बनाने का प्रशिक्षण देने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत चल रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार समय से धनराशि उपलब्ध करा रही है,इसके बावजूद विभिन्न प्रकार की समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि खोदी गई सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर भरा जाये, गुणवत्तायुक्त पेयजल लाइन बिछाई जाये,तथा कार्यों को समयबद्धता से पूर्ण किया जाये। उन्होंने कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान स्पष्ट निर्देश दिये कि शासना देश के अनुसार ही पात्र व्यक्तियों का चयन किया जाये,मनमर्जी से कार्य न किये जायें। उन्होंने अधिशासी अधिकारियों के साथ अलग से बैठक लेने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों का नियमानुसार शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी,विधायक मदन कौशिक,प्रदीप बत्रा,विरेन्द्र जाती,आदेश चौहान,मौ.शहजाद,बीजेपी जिलाध्यक्ष सन्दीप गोयल,जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह,मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे,डीएफओ वैभव सिंह,नगर आयुक्त वरुण चौधरी,जितेंद्र कुमार,सचिव एचआरडीए उत्तम सिंह चौहान,परियोजना निदेशक के.एन.तिवारी,जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश,मुख्य शिक्षा अधिकारी के.के गुप्ता,जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह,एपीडी नलिनीत घिल्डियाल,डीएसटीओ नलिनी ध्यानी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।