हरिद्वार। शिवडेल स्कूल की कक्षा नौंवीं की प्रतिभाशाली छात्रा शानवी सिन्हा ने डाक विभाग द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय डाक पत्र लेखन प्रतियोगिता में उत्तराखंड परिमंडल में द्वितीय स्थान प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया। उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए उन्हें दस हजार का नगद पुरस्कार दिया गया। इस दौरान विद्यालय के चेयरमैन स्वामी शरद पुरी महाराज ने कहा कि शानवी सिन्हा की सफलता हमारे विद्यालय के लिए गर्व का विषय है। शानवी ने यह सिद्ध कर दिखाया कि यदि हम अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहें तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती है। शानवी सिन्हा की उपलब्धि छात्र-छात्राओं को प्रेरित करगी वे अपनी प्रतिभा को पहचानें और उसे विकसित करें। विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविन्द बंसल ने भी शानवी की प्रशंसा करते हुए कहा यह सफलता हमें यह बताती है कि मेहनत और लगन का फल हमेशा मीठा होता है। सभी विद्यार्थियों को इस तरह की प्रेरणा देते रहेंगे। तो वो भी सफलताओं को प्राप्त करेगें। विद्यालय के समन्वयक विपिन मलिक और अन्य शिक्षकों ने शानवी की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए उनकी मेहनत को सराहा। शानवी की यह सफलता न केवल उनके लिए,बल्कि सभी छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है। शानवी को इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई दी।
शिवडेल स्कूल की छात्रा शानवी सिन्हा ने उत्तराखंड में बढ़ाया गौरव’
हरिद्वार। शिवडेल स्कूल की कक्षा नौंवीं की प्रतिभाशाली छात्रा शानवी सिन्हा ने डाक विभाग द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय डाक पत्र लेखन प्रतियोगिता में उत्तराखंड परिमंडल में द्वितीय स्थान प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया। उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए उन्हें दस हजार का नगद पुरस्कार दिया गया। इस दौरान विद्यालय के चेयरमैन स्वामी शरद पुरी महाराज ने कहा कि शानवी सिन्हा की सफलता हमारे विद्यालय के लिए गर्व का विषय है। शानवी ने यह सिद्ध कर दिखाया कि यदि हम अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहें तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती है। शानवी सिन्हा की उपलब्धि छात्र-छात्राओं को प्रेरित करगी वे अपनी प्रतिभा को पहचानें और उसे विकसित करें। विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविन्द बंसल ने भी शानवी की प्रशंसा करते हुए कहा यह सफलता हमें यह बताती है कि मेहनत और लगन का फल हमेशा मीठा होता है। सभी विद्यार्थियों को इस तरह की प्रेरणा देते रहेंगे। तो वो भी सफलताओं को प्राप्त करेगें। विद्यालय के समन्वयक विपिन मलिक और अन्य शिक्षकों ने शानवी की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए उनकी मेहनत को सराहा। शानवी की यह सफलता न केवल उनके लिए,बल्कि सभी छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है। शानवी को इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई दी।