हरिद्वार। श्री दक्षिण काली मंदिर में आयोजित नवरात्र महोत्सव के दौरान मां दक्षिण काली के दर्शन पूजन करने आए भक्तों को संबोधित करते हुए निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि देवी दुर्गा की उपासना के रूप में मनाए जाने वाले नवरात्र सनातन धर्म संस्कृति का महत्वपूर्ण पर्व है। नवरात्र व्रत करने देवी दुर्गा के सभी नौ स्वरूपों की पूजा उपासना करने से आत्मशुद्धि होती है। भक्ति और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। नवरात्र व्रत का स्वास्थ्य से भी सीधा संबंध है। नौ दिनों तक व्रत रखकर देवी दुर्गा का ध्यान करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। उन्होंने कहा कि मां दुर्गा की कृपा से सभी लक्ष्यों की प्राप्ति आसानी से हो जाती है। इसलिए प्रत्येक साधक को नवरात्रों में देवी भगवती के सभी स्वरूपों की उपासना करनी चाहिए। इस अवसर पर स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी,बालमुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी,आचार्य पवन दत्त मिश्र,आचार्य प्रमोद पांडे,स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी,चेतन शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।
सनातन धर्म का महत्वपूर्ण पर्व हैं नवरात्र-स्वामी कैलाशानंद गिरी