ईश्वर का भोजन है अहंकार -संतोषी माता

 हमें अहंकार से नहीं बंधना चाहिए-स्वामी श्रवणानंद महाराज,

हरिद्वार। संतोषी माता आश्रम में जारी श्रीमद्देवी भागवत पुराण कथा एवं स्वर्ण जयंती संन्यास समारोह का गुरूवार को सातवां दिन था। श्रीमद् देवी भागवत पुराण कथा को विस्तार देते हुए स्वामी श्रवणानंद सरस्वती महाराज वृंदावन वालों ने कहा कि हमें अहंकार से नहीं बंधना चाहिए। मायावी चक्र के कारण हम अहंकार का शिकार हो जाते हैं जिससे हमारी ईश्वर  भक्ति में बाधा आती हैं। इस अवसर पर महामंडलेश्वर संतोषी माता ने कहा कि ईश्वर का भोजन अहंकार है। अहंकार ही मनुष्य के पतन का कारण है। रावण और कंस का अहंकार उन्हें पतन की ओर ले गया। जो ईश्वर का सच्चा भक्त है वह कभी अहंकार का शिकार हो ही नहीं सकता। इस अवसर पर आज पूर्व विधायक नेता संजय गुप्ता कथा सुनने के लिए पहुंचे और उन्होंने महामंडलेश्वर संतोषी माता को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। संजय गुप्ता ने कथा व्यास पीठ कथावाचक स्वामी श्रवणानंद सरस्वती महाराज वृंदावन वालों को संजय गुप्ता ने पुष्प माला पहनाकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। सरोज अग्रवाल ने संजय गुप्ता को अंगवस्त्र ओढ़ाकर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर श्याम सुंदर अग्रवाल, अशोक शांडिल्य,ईश्वर अग्रवाल, सरोज अग्रवाल, सरोज अग्रवाल आदि उपस्थित थे।