दक्षिण एशिया बिरादरी का सम्मेलन आयोजित

 


हरिद्वार। दक्षिण एशिया बिरादरी का 34वां सम्मेलन खड़खड़ी स्थित योग अनुभव आश्रम में स्वामी विश्वास पुरी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। सम्मेलन में आठ राज्यों के 55 प्रतिनिधि शामिल हुए। इस दौरान सांस्कृति कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। जिसमें आंध्र प्रदेश के रवि तेजा ने शिव वंदना,त्रिपुरा की सुतापा सेन ने राजस्थानी नृत्य कालबेलिया,उड़ीसा से आए डा.चितरंजन साहनी ने राधा कृष्ण रासलीला,उड़ीसा की डा.संगीता सनी ने कथक नृत्य प्रस्तुत किया। सम्मेलन के दौरान सर्वसम्मति से दीपक मालवीय को दक्षिण एशिया बिरादरी का नया अध्यक्ष चुना गया। मुख्य अतिथि महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने कहा कि भविष्य में दक्षिण एशिया बिरादरी के हरिद्वार में आयोजित होने वाले सम्मेलन में व्यापार मंडल और हरिद्वार नागरिक सभा पूरा सहयोग करेगी। कहा कि दक्षिण एशिया बिरादरी का गठन 1990 में जनता से जनता के बीच संवाद और उनके बीच सांस्कृतिक, व्यापारिक और शैक्षिक गतिविधियों के परस्पर आदान प्रदान को बढ़ाने के लिए किया गया था। इसके संस्थापक सदस्यों में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, इंद्रकुमार गुजराल, आचार्य राममूर्ति विमलटकर,सतपाल आदि प्रमुख रहे। आयोजकों की और से मुख्य अतिथि सुनील सेठी का अंगवस्त्र भेंटकर और फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से धर्मपाल अरोड़ा,पंजाब के पूर्व डीजीपी जीएस भट्टी,शशि थापर, गुरु चरण सिंह, नेपाल से आए मदन भंडारी,दीपक मालवीय,रवि मोहंती,किशोर तलमले,चित्रा सुकुमारन,रमेश शर्मा, स्वामी अविनाश पुरी,नौशाद आलम मंसूरी,भूदेव शर्मा,रवि बांगा,राकेश सिंह,नंदकिशोर पांडे, अनिल कोरी,आशीष अग्रवाल,पवन पांडे सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।