हरिद्वार। योग को विश्वव्यापी बनाने के साथ-साथ आयुर्वेद व स्वदेशी के लक्ष्य को लेकर योगऋषि स्वामी रामदेव के दिशानिर्देशन तथा पतंजलि योगपीठ के तत्वावधान में विगत लगभग 35वर्षों से योग का आंदोलन चलाया जा रहा है। इसी क्रम में समृद्ध ग्राम,पदार्था में 5-5 दिवसीय मुख्य योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में स्वामी परमार्थदेव ने योग का अभ्यास कराया। सभी शिविरार्थियों को यज्ञोपवित धारण कराकर संकल्पित कराया कि आजीवन देश में योग,आयुर्वेद,स्वदेशी तथा राष्ट्रवाद का प्रचार-प्रसार करेंगे। वर्तमान शिविर का संचालन पतंजलि योग समिति के मुख्य केन्द्रीय प्रभारी भाई राकेश ‘भारत’ द्वारा किया गया। मुख्य योग शिक्षक का प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर,बिहार,असम,कोलकाता,चण्डीगढ़ तथा उत्तराखण्ड से लगभग 500 शिविरार्थियों ने भाग लिया। भाई राकेश ने बताया कि समृद्ध ग्राम में शिविरार्थियों को योग के साथ-साथ विभिन्न विषयों के विद्वानों के द्वारा एविडेंस बेस्ड आयुर्वेद,पंचकर्म,षट्कर्म,प्राकृतिक चिकित्सा, घरेलु उपचार,यज्ञ चिकित्सा,आहार चिकित्सा में भी पारंगत किया जा रहा है। यहाँ से प्रशिक्षण प्राप्त कर उक्त योग शिक्षक अपने-अपने जिला व प्रांत में जाकर निःशुल्क योग का प्रशिक्षण देंगे तथा साथ ही आयुर्वेद,स्वदेशी व स्वदेशी शिक्षा तथा राष्ट्रवाद का संचार करेंगे। भाई राकेश ने बताया कि शिविर में स्वदेशी शिक्षा के विषय में भारतीय शिक्षा बोर्ड की जानकारी के साथ-साथ सोशल मीडिया के सदुपयोग से हम राष्ट्र के लिए क्या योगदान दे सकते हैं,इस पर भी गहन चर्चा की गई। पतंजलि हर्बल रिसर्च डिविजन की विभाग प्रमुख डॉ.वेदप्रिया आर्या तथा पतंजलि अनुसंधान संस्थान स्थित ड्रग डिस्कवरी विभाग के डी.जी.एम.ऑपरेशन्स डॉ.प्रदीप नैन ने पतंजलि की अनुसंधानपरक गतिविधियों का प्रस्तुतिकरण दिया। शिविर में समय-समय पर योगऋषि स्वामी रामदेव,भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एन.पी.सिंह,मुख्य महिला केन्द्रीय प्रभारी डॉ.साध्वी देवप्रिया तथा मुख्य केन्द्रीय प्रभारी स्वामी परमार्थदेव,स्वामी तीर्थदेव आदि ने शिविरार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया।
पतंजलि योगपीठ के तत्वावधान में मुख्य योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर का समापन
हरिद्वार। योग को विश्वव्यापी बनाने के साथ-साथ आयुर्वेद व स्वदेशी के लक्ष्य को लेकर योगऋषि स्वामी रामदेव के दिशानिर्देशन तथा पतंजलि योगपीठ के तत्वावधान में विगत लगभग 35वर्षों से योग का आंदोलन चलाया जा रहा है। इसी क्रम में समृद्ध ग्राम,पदार्था में 5-5 दिवसीय मुख्य योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में स्वामी परमार्थदेव ने योग का अभ्यास कराया। सभी शिविरार्थियों को यज्ञोपवित धारण कराकर संकल्पित कराया कि आजीवन देश में योग,आयुर्वेद,स्वदेशी तथा राष्ट्रवाद का प्रचार-प्रसार करेंगे। वर्तमान शिविर का संचालन पतंजलि योग समिति के मुख्य केन्द्रीय प्रभारी भाई राकेश ‘भारत’ द्वारा किया गया। मुख्य योग शिक्षक का प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर,बिहार,असम,कोलकाता,चण्डीगढ़ तथा उत्तराखण्ड से लगभग 500 शिविरार्थियों ने भाग लिया। भाई राकेश ने बताया कि समृद्ध ग्राम में शिविरार्थियों को योग के साथ-साथ विभिन्न विषयों के विद्वानों के द्वारा एविडेंस बेस्ड आयुर्वेद,पंचकर्म,षट्कर्म,प्राकृतिक चिकित्सा, घरेलु उपचार,यज्ञ चिकित्सा,आहार चिकित्सा में भी पारंगत किया जा रहा है। यहाँ से प्रशिक्षण प्राप्त कर उक्त योग शिक्षक अपने-अपने जिला व प्रांत में जाकर निःशुल्क योग का प्रशिक्षण देंगे तथा साथ ही आयुर्वेद,स्वदेशी व स्वदेशी शिक्षा तथा राष्ट्रवाद का संचार करेंगे। भाई राकेश ने बताया कि शिविर में स्वदेशी शिक्षा के विषय में भारतीय शिक्षा बोर्ड की जानकारी के साथ-साथ सोशल मीडिया के सदुपयोग से हम राष्ट्र के लिए क्या योगदान दे सकते हैं,इस पर भी गहन चर्चा की गई। पतंजलि हर्बल रिसर्च डिविजन की विभाग प्रमुख डॉ.वेदप्रिया आर्या तथा पतंजलि अनुसंधान संस्थान स्थित ड्रग डिस्कवरी विभाग के डी.जी.एम.ऑपरेशन्स डॉ.प्रदीप नैन ने पतंजलि की अनुसंधानपरक गतिविधियों का प्रस्तुतिकरण दिया। शिविर में समय-समय पर योगऋषि स्वामी रामदेव,भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एन.पी.सिंह,मुख्य महिला केन्द्रीय प्रभारी डॉ.साध्वी देवप्रिया तथा मुख्य केन्द्रीय प्रभारी स्वामी परमार्थदेव,स्वामी तीर्थदेव आदि ने शिविरार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया।