हरिद्वार। तिरूपति बालाजी मंदिर में भगवान को चढ़ने वाले प्रसाद के लड्डुओं में पशु चर्बी मिलाए जाने की घटना पर संत समाज का रोष थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारत माता मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि भगवान के प्रसाद में पशु चर्बी मिलाए जाने से करोड़ों हिंदुओं की आस्था को गहरा धक्का लगा है। हिंदू आस्था से खिलवाड़ को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भगवान को चढ़ने वाले प्रसाद में मिलावट करने जैसा घिनोना कार्य करने वालो को बख्शा नहीं जाना चाहिए। स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि केंद्र सरकार को पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों को कड़ी सजा दिलानी चाहिए। अग्नि अखाड़े के सचिव श्रीमहंत साधनानंद महाराज ने कहा कि प्रसाद में पशु चर्बी मिलाकर सनातन धर्म संस्कृति पर आघात करने के षड़यंत्र की गहराई से जांच होनी चाहिए। दोषियों के चेहरे सामने लाए जाएं और कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। श्रीमहंत साधनानंद महाराज ने कहा कि सनातन धर्म को आघात पहुंचाए जाने के प्रयास लंबे समय से किए जा रहे हैं। लेकिन संत समाज ऐसे मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देगा। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी गर्व गिरी महाराज ने कहा कि भगवान के प्रसाद में पशु चर्बी मिलाए जाने का महापाप करने वालों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाए। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकद्मा चलाकर कर कड़ी से कड़ी सजा दिलायी जाए। जिससे भविष्य में कोई भी सनातन धर्म संस्कृति पर कुठाराघात करने का साहस ना कर सके।
हिंदू आस्था से खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा-स्वामी ललितानंद गिरी