त्याग, तपस्या और सेवा की प्रतिमूर्ति थे ब्रह्मलीन महंत गोपाल सिंह-महंत ज्ञानदेव सिंह

 हरिद्वार। भूपतवाला स्थित नानकपुरा आश्रम के ब्रह्मलीन महंत गोपाल सिंह महाराज की पुण्यतिथि पर आश्रम की महंत सुखदेव कौर के संयोजन में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि समारोह में सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों ने ब्रह्मलीन महंत गोपाल सिंह को नमन किया। श्रीपंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत गोपाल सिंह महाराज त्याग,तपस्या और सेवा की साक्षात प्रतिमूर्ति थे। महंत सुखदेव कौर गुरूओं द्वारा स्थापित सेवा परंपरा को जिस प्रकार निरंतर आगे बढ़ा रही है। वह सराहनीय और सभी के लिए प्रेरणादायी है। श्रीपंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज एवं महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत गोपाल सिंह दिव्य महापुरूष थे। उनकी शिक्षाएं सदैव समाज को प्रेरणा देती रहेंगी। सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए धर्म संस्कृति के उत्थान और मानव सेवा में योगदान देना चाहिए। महंत सुखदेव कौर ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरू परंपरांओं का अनुसरण करते हुए आश्रम की सेवा संस्कृति और मानव सेवा प्रकल्पों को आगे बढ़ाना ही उनके जीवन का उद्देश्य है। बाबा अमरजीत सिंह व बाबा गुरतेज सिंह ने फूलमाला पहनाकर सभी संत महापुरूषों का स्वागत किया। इस अवसर पर संत निर्मल सिंह भूरी वाले,महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद,स्वामी ललितानंद गिरी,स्वामी ऋषिश्वरानंद,महंत दुर्गादास,महंत सूरजदास,महंत नारायण दास पटवारी,महंत बिहारी शरण ,स्वामी चिदविलासानंद, महंत प्रह्लाद दास,स्वामी ऋषि रामकृष्ण,स्वामी रविदेव शास्त्री ,स्वामी दिनेश दास सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।