हरिद्वार। कथाव्यास स्वामी किरतदास महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान का अनंत भण्डार है। कथा के प्रत्येक सत्संग से अतिरिक्त ज्ञान की प्राप्ति होती है। भूपतवाला स्थित झालावाड़ गुजरात आश्रम में श्रद्धालु भक्तों को श्रीमद्भावगत कथा का श्रवण कराते हुए स्वामी किरतदास महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। कथा के प्रभाव से अधोगति में पड़े पितरों को भी मोक्ष प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि सभी को कथा श्रवण अवश्य करना चाहिए और दूसरों को भी कथा श्रवण के लिए प्रेरित करना चाहिए। झालावाड़ गुजरात आश्रम के परमाध्यक्ष श्रीमहंत साधनानंद महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण जन-जन के आराध्य हैं। भक्त और भगवान की कथा श्रीमद्भावगत कल्पवृक्ष के समान है। जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है। श्रीमहंत साधनानंद महाराज ने कहा कि गंगा तट पर संत महापुरूषों के सानिध्य में कथा श्रवण का अवसर सौभाग्य से मिलता है। इस अवसर को कभी गंवाना नहीं चाहिए। लेकिन कथा श्रवण का लाभ तभी है। जब कथा से मिले ज्ञान को आचरण में धारण किया जाए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु भक्तों के कल्याण के लिए श्रीमद्भावगत जैसी पुण्यदायी कथा का आयोजन करने वाले कथा के मुख्य यजमान मदन भाई पटेल व प्रवीण भाई पटेल साधुवाद के पात्र हैं। इस दौरान कई संत महंत मौजूद रहे। मुख्य यजमान मदन भाई पटेल व प्रवीण भाई पटेल ने सभी संतों महंतों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया और अशीर्वाद प्राप्त किया।