कथा सत्संग में शामिल होने से होती है मन बुद्धि पवित्र-पंडित पवन कृष्ण शास्त्री


 हरिद्वार। श्रीराधा रसिक बिहारी भागवत परिवार के तत्वावधान में शिव मंदिर साईं धाम कॉलोनी दादूपुर गोविंदपुर बहादराबाद में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ किया गया। कथा के प्रथम दिवस भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री बताया कि जिस प्रकार से वर्तमान समय में लोग सनातन को छोड़कर के अन्य अन्य धर्म का अनुसरण कर रहे हैं,गलत मार्ग पर चल रहे हैं। उससे समाज में अनेक प्रकार की कुरीतियां- विकृतिया बढ़ रही हैं। इसे रोकने के लिए एवं सनातन धर्म को बनाए रखने के लिए समय- समय पर कथा सत्संग का आयोजन किया जाना चाहिए। कथा सत्संग में शामिल होने से मनुष्य की मन बुद्धि पवित्र होती है। माता-पिता,सास ससुर,संत ब्राह्मणों, गुरुजनों के प्रति सम्मान का भाव बना रहता है।यदि मृतक आत्मा के नियमित श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जाए तो मृतक आत्मा भी मोक्ष को प्राप्त हो जाती है। प्रत्येक व्यक्ति को श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन करना चाहिए। इस अवसर पर बाला रानी गौतम,शिव मोहन गौतम ,रामनिवास तिवारी,मोहित तिवारी,पंडित अनिरुद्ध जगूड़ी,पंडित मोहित जगुड़ी,पंडित गणेश कोठारी,कमलेश,आशा,महादेवी,अर्चना,कुसुम तिवारी,शोभा रानी,सुमन,अनु,संगीता,किरण पांडे ,शिमला मिश्रा,स्वाति तिवारी,बृजेश चौधरी,सोनी सिंह प्रतिमा,रानी ठाकुर,मनीसा,सरिता मिश्रा, संगीता,पूनम,कंचन,लवली,सरला आदि ने भागवत पूजन किया।