हरिद्वार। नाग पंचमी पर श्रद्धालुओं ने भेल स्थित बागों वाले बागेश्वर देवता के नाम से प्रसिद्ध नाग देवता मंदिर में पूजा अर्चना व दुग्धाभिषेक कर मंगल कामना की। मंदिर के विषय में मान्यता है कि तीर्थ पुरोहितों ने 400साल पहले नाग देवता मंदिर की स्थापना की थी। तीर्थ पुरोहितों का मानना है कि 400साल पहले उनके किसी पूर्वज को नाग देवता ने इस स्थान पर पुरुष वेश में साक्षात दर्शन दिए थे और इस स्थान पर नाग देवता का मंदिर स्थापित करने को कहा था। तीर्थ पुरोहित निकुंज शर्मा ने बताया कि बागों वाले बागेश्वर नाग देवता के मंदिर में नाग पंचमी के दिन विशाल मेला लगता है। मंदिर में वसंत पंचमी,ऋषि पंचमी और प्रत्येक महीने शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की पंचमी को भी नाग देवता की पूजा अर्चना होती है। नाग देवता की पूजा के लिए पंचमी का दिन विशेष माना जाता है। सावन के महीने में नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा का विशेष महत्व है। इसके अलावा अमावस्या और शनि अमावस्या के दिन भी नाग देवता की विशेष पूजा की जाती है। कालसर्प योग के उपाय के लिए भी मंदिर में लोग पूजा अर्चना के लिए आते हैं। नाग देवता की पूजा अर्चना करने से पितृदोष भी दूर होते हैं।
नाग पंचमी पर श्रद्धालुओं ने बागों वाले बागेश्वर नाग देवता मंदिर में की पूजा अर्चना