स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होंगे असम के मुख्यमंत्री


 हरिद्वार। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार राष्ट्रीय सम्मेलन 14 -15 सितंबर में आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह,असम के मुख्यमंत्री,प्रदेश के मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया गया है। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी स्थानीय विधायक आदेश चौहान के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंटकर आग्रह किया कि गृहमंत्री अमित शाह को हरिद्वार कार्यक्रम के लिए राज्य सरकार की संस्तुति के साथ आमंत्रित करें,जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया। साथ ही 15 सितम्बर को शिवडेल स्कूल बीएचईएल रानीपुर में स्वयं भी उपस्थित रहने की सहमति दी। भेंट के दौरान मुख्यमंत्री को 29 जुलाई में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी के समक्ष स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के हितों की रक्षा के लिए दिए गए सुझावों को तत्काल ही कार्यान्वित करने के लिए भी कहा। इसके साथ ही हरिद्वार के सांसद तथा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से उनके डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास में मिलकर स्थानीय सांसद होने के नाते अपनी संस्तुति के साथ गृह मंत्री अमित शाह को आमंत्रित करने के लिए निवेदन किया, उन्होंने तत्काल संस्तुति पत्र भेजने का आश्वासन दिया। इस भेंट वार्ता में विधायक आदेश चौहान, शिवडेल स्कूल बीएचईएल रानीपुर हरिद्वार के संस्थापक स्वामी शरद पुरी,दैशिक शास्त्र के अध्यक्ष सुरेश चंद्र सुयाल साथ रहे। रघुवंशी ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष द्विजेन्द्र मोहन शर्मा द्वारा गुवाहाटी असम में वहां के मुख्यमंत्री हेमन्त विश्व शर्मा को 15 सितम्बर में शिवडेल स्कूल बीएचईएल रानीपुर हरिद्वार आयोजित स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार राष्ट्रीय सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारने के लिए आमंत्रित किया, जिसे मुख्यमंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया और कहा कि असम से अधिक से अधिक सेनानी परिवारों को हरिद्वार लेकर चलें। मुख्यमंत्री हेमन्त विश्व शर्मा 15सितम्बर को प्रातःकाल 9बजे से आरंभ होने वाली स्वतंत्रता सेनानी,शहीद सम्मान पदयात्रा को अमर शहीद जगदीश वत्स पार्क से कार्यक्रम स्थल शिवडेल स्कूल बीएचईएल रानीपुर हरिद्वार के लिए रवाना करेंगे। इसी प्रकार विभिन्न प्रान्तों के पदाधिकारियों द्वारा भी अपने अपने प्रान्तों के मुख्यमंत्रियों को इस सम्मेलन में आमंत्रित करने का क्रम आरंभ हो गया है। हमें उम्मीद है कि यह आयोजन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान तथा सेनानी परिवारों के हितों की रक्षा करने में मील का पत्थर साबित होगा।