ब्रहम्लीन स्वामी तुरीयानंद जी महाराज का 149वां अवतरण दिवस संत सम्मेलन के साथ मनाया


हरिद्वार। आद्यासद्गुरू ब्रहम्लीन स्वामी तुरीयानंद जी महाराज का 149वां अवतरण दिवस संत सम्मलेन संग श्रद्वा उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर भोपतवाला स्थित स्वामी तुरीयानंद सत्संग सेवा आश्रम में मुख्य गद्दीनशीन श्री 1008स्वामी विवेकानंद गिरि जी महाराज के संरक्षण में संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। संतसम्मेलन में नगर के प्रमुख संतो के अलावा विभिन्न प्रांतों से आये हजारों श्रद्वालुओं ने स्वामी तुरीयानंद जी का स्मरण करते हुए उन्हे नमन किया। संत सम्मेलन मे बोलते हुए स्वामी विवेकानंद गिरि जी महाराज ने 18दिन तक चले महाभारत के युद्व के दौरान श्री कृष्ण और अर्जुन के बीच संवाद एवं भीष्म के महाप्रयाण का कथा सुनाते हुए कहा कि जब अनैतिक और क्रूर शक्तियॉ  सत्य और धर्म का विनाश करने के लिए आक्रमण कर रही हो तो वहा नैतिकता का पाठ आत्मघाती होता है। इसलिए हमेशा नैतिकता का ही हवाला नही दिया जाना चाहिए। बांग्लादेश में हिन्दुओं के मठ मन्दिरों के अलावा हिन्दू समाज पर हो रहे हमले का करारा जबाव दिया जाना चाहिए। उन्होने सभी श्रद्वालु भक्तों से कहा कि सत्य और धर्म का पालन खुद के लिए तब तक करें जब तक आपके पास उसे निभाने की ताकत हो,लेकिन अगर कोई आपके धर्म का मिटाने का प्रयास करे तो वहां नैतिकता नही बल्कि शक्ति से मुकाबला करना चाहिए। संत सम्मेलन की अध्यक्षता साधना सदन के म.म.दिव्य चौतन्यपुरी जी ने की। संत सम्मेलन में श्रीनिर्मल अखाड़ा के महंत ज्ञानदेव सिंह,म0म0स्वामी भगवत स्वरूप,म0म0 स्वामी शिवानंद जी महाराज,म.म.स्वामी विज्ञाना नंद जी महाराज,स्वामी रघुवंशपुरी जी महाराज,स्वामी प्रणव चौतन्यपुरी जी महाराज, स्वामी बलसूर्यदास जी महाराज,महंत दिनेश दास,स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज,स्वामी बलदेव शास्त्री  ,स्वामी सुदर्शन दास ,स्वामी तीर्थ,स्वामी ब्रहानंद तीर्थ,महंत बिष्णु दास जी महाराज के अलावा ट्रस्ट के अध्यक्ष ओम प्रकाश अरोड़ा,उपाध्यक्ष महेन्द्र पाल ढल्ल ,महामंत्री प्रवीण बधावन ,संयुक्त सचिव सुभाष चन्द्र मल्होत्रा,कोषाध्यक्ष अमित वत्ता ,सुदर्शन बजाज सहित विभिन्न स्थानों से आये संतो ंके अलावा श्रद्वालुगण शामिल रहे।