हरिद्वार। शिवालयों में जलाभिषेक का दिन नजदीक आने के साथ ही तीर्थनगरी कॉवड़मय नजर आने लगा है। कॉवड़ मेला प्रारम्भ होने के सातवे दिन गंतव्य की ओर प्रस्थान करने वाले शिवभक्तों की तादाद तेज हो गयी है। पुलिस प्रशासन की माने तो पिछले चौबीस घण्टें में बयालीस लाख से अधिक कॉवड़ियें अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर चुके है। मेला प्रारम्भ होने के बाद से सात दिन में अब तक एक करोड़ इक्कीस लाख चालीस हजार कॉवड़ियें अपने अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर चुके है। जलाभिषेक का दिन निकट आने के साथ ही अब डाक कॉवड़ियों का आगमन भी तेज हो गया है। ज्ञात रहे कि विगत 22जुलाई से शुरू हुआ कांवड़ मेला धीरे-धीरे अपने चरम की और बढ़ रहा है। जलाभिषेक का दिन नजदीक आने के साथ ही गंगाजल भरने आने वाले कांवड़ियों की तादाद लगातार बढ़ रही है। अब तक एक करोड़ 21 लाख से अधिक कॉवड़ियों की गंतव्य की ओर वापसी हो चुकी है। जबकि उससे कही अधिक तादाद में रोजाना लाखों की तादाद में शिवभक्त हरिद्वार पहुंच रहे हैं। रविवार को तीर्थनगरी में कांवड़ियों की भारी भीड़ के चलते धर्मनगरी पूरी तरह केसरिया रंग में रंग गयी है। हर की पैड़ी सहित घाटों पर घाटों पर केसरिया रंग का कब्जा साफ तौर पर देखा जा सकता है। हरकी पैड़ी,भीमगोड़ा,खड़खड़ी और तमाम घाटों पर हर हर महादेव,बम बम भोले का जयकारा लगाते हुए कांवड़िए ही नजर आ रहे हैं। शनिवार को पंचक समाप्त होने के बाद कांवड़ियों के आगमन और वापसी में और तेज हो गयी है। इसी के साथ लंबी दूरी तय करने वाले डाक कांवड़ वाहनों का पहुंचना भी शुरू हो गया। 2अगस्त दोपहर में जलाभिषेक का मुर्हत होने के चलते अधिकांश पैदल कांवड़ यात्री इससे एक दिन पूर्व ही अपने गंतव्यों की और रवाना हो जाएंगे। जबकि डाक कांवड़ का सिलसिला अंतिम दिन तक चलता रहेगा। कांवड़ियों की भारी भीड़ को संभालने और उनकी सुरक्षित वापसी के लिए पुलिस ,पीएसी और रैफिड एक्शन फोर्स का पूरा अमला सड़कों पर पसीना बहा रहा है।
़एक करोड़ इक्कीस लाख से अधिक कॉवड़ियों की वापसी,कॉवड़ मेला चरम की ओर
हरिद्वार। शिवालयों में जलाभिषेक का दिन नजदीक आने के साथ ही तीर्थनगरी कॉवड़मय नजर आने लगा है। कॉवड़ मेला प्रारम्भ होने के सातवे दिन गंतव्य की ओर प्रस्थान करने वाले शिवभक्तों की तादाद तेज हो गयी है। पुलिस प्रशासन की माने तो पिछले चौबीस घण्टें में बयालीस लाख से अधिक कॉवड़ियें अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर चुके है। मेला प्रारम्भ होने के बाद से सात दिन में अब तक एक करोड़ इक्कीस लाख चालीस हजार कॉवड़ियें अपने अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर चुके है। जलाभिषेक का दिन निकट आने के साथ ही अब डाक कॉवड़ियों का आगमन भी तेज हो गया है। ज्ञात रहे कि विगत 22जुलाई से शुरू हुआ कांवड़ मेला धीरे-धीरे अपने चरम की और बढ़ रहा है। जलाभिषेक का दिन नजदीक आने के साथ ही गंगाजल भरने आने वाले कांवड़ियों की तादाद लगातार बढ़ रही है। अब तक एक करोड़ 21 लाख से अधिक कॉवड़ियों की गंतव्य की ओर वापसी हो चुकी है। जबकि उससे कही अधिक तादाद में रोजाना लाखों की तादाद में शिवभक्त हरिद्वार पहुंच रहे हैं। रविवार को तीर्थनगरी में कांवड़ियों की भारी भीड़ के चलते धर्मनगरी पूरी तरह केसरिया रंग में रंग गयी है। हर की पैड़ी सहित घाटों पर घाटों पर केसरिया रंग का कब्जा साफ तौर पर देखा जा सकता है। हरकी पैड़ी,भीमगोड़ा,खड़खड़ी और तमाम घाटों पर हर हर महादेव,बम बम भोले का जयकारा लगाते हुए कांवड़िए ही नजर आ रहे हैं। शनिवार को पंचक समाप्त होने के बाद कांवड़ियों के आगमन और वापसी में और तेज हो गयी है। इसी के साथ लंबी दूरी तय करने वाले डाक कांवड़ वाहनों का पहुंचना भी शुरू हो गया। 2अगस्त दोपहर में जलाभिषेक का मुर्हत होने के चलते अधिकांश पैदल कांवड़ यात्री इससे एक दिन पूर्व ही अपने गंतव्यों की और रवाना हो जाएंगे। जबकि डाक कांवड़ का सिलसिला अंतिम दिन तक चलता रहेगा। कांवड़ियों की भारी भीड़ को संभालने और उनकी सुरक्षित वापसी के लिए पुलिस ,पीएसी और रैफिड एक्शन फोर्स का पूरा अमला सड़कों पर पसीना बहा रहा है।