हरिद्वार। श्यामपुर कांगड़ी क्षेत्र स्थित श्रीध्रुव चौरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल में बारिश का पानी भरने से भारी नुकसान हुआ है। हॉस्पिटल के प्रबंधक बाबा देवदास महाराज ने जिला प्रशासन, वन विभाग एवं ग्राम प्रधान पर नहर की सफाई में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। बाबा देवदास महाराज ने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के चलते बारिश के पानी से हास्पिटल को भारी नुक़सान हुआ है। जिसकी भरपाई की जानी चाहिए। हरिद्वार-नजीबाबाद रोड पर थाना श्यामपुर क्षेत्र के सज्जनपुर पीली गांव में स्थित श्रीध्रुव चौरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल के प्रबंधक बाबा देवदास महाराज ने बताया कि पिछले वर्ष भी जिलाधिकारी, वन विभाग और ग्राम प्रधान को पत्र लिखकर नहर की सफाई कराने की मांग की गयी थी। लेकिन एक वर्ष बीतने के उपरांत भी नहर की सफाई नहीं करायी गयी। इसके चलते शनिवार को हुई बारिश का पानी हास्पिटल परिसर में भर गया। पानी भरने से निर्माणाधीन दीवार टूट गई है। करीब पांच सौ सीमेंट के कट्टे भींगकर खराब हो गये है। कैंटीन में रखा खाने का समान भी खराब हो गया। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते एक बार फिर भारी नुक़सान झेलना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि तत्काल नहर की सफाई शुरू करायी जाए। बरसात के शुरू में ऐसा हाल है तो भविष्य में हालात बद से बद्तर हो जाएंगे।
श्री धु्रव चैरिटेबल हॉस्पिटल में बरसात का पानी घुसने से परिसर की दीवार गिरी
हरिद्वार। श्यामपुर कांगड़ी क्षेत्र स्थित श्रीध्रुव चौरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल में बारिश का पानी भरने से भारी नुकसान हुआ है। हॉस्पिटल के प्रबंधक बाबा देवदास महाराज ने जिला प्रशासन, वन विभाग एवं ग्राम प्रधान पर नहर की सफाई में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। बाबा देवदास महाराज ने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के चलते बारिश के पानी से हास्पिटल को भारी नुक़सान हुआ है। जिसकी भरपाई की जानी चाहिए। हरिद्वार-नजीबाबाद रोड पर थाना श्यामपुर क्षेत्र के सज्जनपुर पीली गांव में स्थित श्रीध्रुव चौरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल के प्रबंधक बाबा देवदास महाराज ने बताया कि पिछले वर्ष भी जिलाधिकारी, वन विभाग और ग्राम प्रधान को पत्र लिखकर नहर की सफाई कराने की मांग की गयी थी। लेकिन एक वर्ष बीतने के उपरांत भी नहर की सफाई नहीं करायी गयी। इसके चलते शनिवार को हुई बारिश का पानी हास्पिटल परिसर में भर गया। पानी भरने से निर्माणाधीन दीवार टूट गई है। करीब पांच सौ सीमेंट के कट्टे भींगकर खराब हो गये है। कैंटीन में रखा खाने का समान भी खराब हो गया। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते एक बार फिर भारी नुक़सान झेलना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि तत्काल नहर की सफाई शुरू करायी जाए। बरसात के शुरू में ऐसा हाल है तो भविष्य में हालात बद से बद्तर हो जाएंगे।