हरिद्वार। जीवन में अनुशासन व वैदिक शिक्षा जीवन को सही दिशा व मार्ग प्रशस्त करते हैं। अनशासित व संस्कारवान युवा ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण करने मे सहायक होते है। यह विचार आर्य समाज सेक्टर वन बी.एच.ई.एल में चल रहे वैदिक संस्कार एवं चरित्र निर्माण आवासीय शिविर के समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.दिनेश चन्द्र शास्त्री ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा की आप सभी ने इस शिविर मे जो प्रशिक्षण प्राप्त किया है।निश्चय ही जीवन मे आने वाले समय मे इससे आप सभी मे जहां आत्मविश्वास पैदा होगा वही एक नई ऊर्जा का संचार होगा। आने वाले समय मे आप सभी को राष्ट्र निर्माण मे अपना योगदान देकर देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर करना है।मैं सभी प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा.अनिल शर्मा ने कहा की आप सभी के बीच आकर मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हू। शिविर में भाग लेने वाले बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना कीं। इस अवसर पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई प्रस्तुतियो को देखकर हम सब मे भी ऊर्जा का संचार हुआ है।आप सभी बधाई के पात्र है।जिस देश की भावी पीढी संस्कारवान होती है।उस देश व समाज को आगे बढने से कोई नहीं रोक सकता।वशिष्ठ अतिथि जगदीश लाल पाहवा ने कहा की इस प्रकार के आयोजन समाज की आवश्यकता है।इनसे बच्चों मे अपनी संस्कृति व वैदिक शिक्षा की जानकारी तो मिलती ही हैं।वही उनमें संस्कार भी पल्लवित होते है।ऐसे आयोजनो के माध्यम से देश के लिये आर्य वीर तैयार हो रहे है।आर्य समाज प्रधान डा.महेंद्र आहुजा ने कहा की आर्य समाज शाखा भेल सेक्टर वन द्वारा लगातार बच्चों को शिक्षित व आर्य सिद्वांतो के प्रति जागरूक करने की दिशा मे इस प्रकार के आयोजन किये जाते है।जिनका उद्देश्य बच्चों को अपनी गौरवशाली आर्य परम्परा व अनुशासन से अवगत करा उन्हें राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र मे आगे बढाना है। इस अवसर पर आर्य समाज संरक्षक-ओ.पी.बत्रा,प्रधान-डॉक्टर महेन्द्र आहूजा मंत्री-राकेश गुप्ता कोषाध्यक्ष राजवीर सिंह शिविर मुख्याधिष्ठता,आचार्य योगेन्द्र मेधावी शिविर प्रमुख संयोजक मदन सिंह, कृष्ण कुमार चंदवानी, नवीन कुमार ,अमर नाथ सैनी,अर्चित चंदवानी, सुकिर्ति चंदवानी ,डॉक्टर श्याम सिंह,नरेंद्र आर्य विभु ग्रोवर कोटद्वार वं नगर के अन्य अतिथि उपस्थित रहे।
जीवन में अनुशासन व वैदिक शिक्षा जीवन को सही दिशा व मार्ग प्रशस्त करते है
हरिद्वार। जीवन में अनुशासन व वैदिक शिक्षा जीवन को सही दिशा व मार्ग प्रशस्त करते हैं। अनशासित व संस्कारवान युवा ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण करने मे सहायक होते है। यह विचार आर्य समाज सेक्टर वन बी.एच.ई.एल में चल रहे वैदिक संस्कार एवं चरित्र निर्माण आवासीय शिविर के समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.दिनेश चन्द्र शास्त्री ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा की आप सभी ने इस शिविर मे जो प्रशिक्षण प्राप्त किया है।निश्चय ही जीवन मे आने वाले समय मे इससे आप सभी मे जहां आत्मविश्वास पैदा होगा वही एक नई ऊर्जा का संचार होगा। आने वाले समय मे आप सभी को राष्ट्र निर्माण मे अपना योगदान देकर देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर करना है।मैं सभी प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा.अनिल शर्मा ने कहा की आप सभी के बीच आकर मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हू। शिविर में भाग लेने वाले बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना कीं। इस अवसर पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई प्रस्तुतियो को देखकर हम सब मे भी ऊर्जा का संचार हुआ है।आप सभी बधाई के पात्र है।जिस देश की भावी पीढी संस्कारवान होती है।उस देश व समाज को आगे बढने से कोई नहीं रोक सकता।वशिष्ठ अतिथि जगदीश लाल पाहवा ने कहा की इस प्रकार के आयोजन समाज की आवश्यकता है।इनसे बच्चों मे अपनी संस्कृति व वैदिक शिक्षा की जानकारी तो मिलती ही हैं।वही उनमें संस्कार भी पल्लवित होते है।ऐसे आयोजनो के माध्यम से देश के लिये आर्य वीर तैयार हो रहे है।आर्य समाज प्रधान डा.महेंद्र आहुजा ने कहा की आर्य समाज शाखा भेल सेक्टर वन द्वारा लगातार बच्चों को शिक्षित व आर्य सिद्वांतो के प्रति जागरूक करने की दिशा मे इस प्रकार के आयोजन किये जाते है।जिनका उद्देश्य बच्चों को अपनी गौरवशाली आर्य परम्परा व अनुशासन से अवगत करा उन्हें राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र मे आगे बढाना है। इस अवसर पर आर्य समाज संरक्षक-ओ.पी.बत्रा,प्रधान-डॉक्टर महेन्द्र आहूजा मंत्री-राकेश गुप्ता कोषाध्यक्ष राजवीर सिंह शिविर मुख्याधिष्ठता,आचार्य योगेन्द्र मेधावी शिविर प्रमुख संयोजक मदन सिंह, कृष्ण कुमार चंदवानी, नवीन कुमार ,अमर नाथ सैनी,अर्चित चंदवानी, सुकिर्ति चंदवानी ,डॉक्टर श्याम सिंह,नरेंद्र आर्य विभु ग्रोवर कोटद्वार वं नगर के अन्य अतिथि उपस्थित रहे।