मां कामाख्या देवी की शक्ति से बड़ी कोई शक्ति नही-श्रीमहंत रविंद्रपुरी


 हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज,आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी,आह्वान अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरूण गिरी ने असम के गुहावटी स्थित मां कामख्या देवी मंदिर में राष्ट्र की एकता अखंडता कायम रखने हेतु विशेष अनुष्ठान किया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि 51 शक्तिपीठों में एक मां कामाख्या देवी मंदिर में मां भगवती साक्षात रूप से विराजमान हैं और भक्तों का कल्याण करती हैं। मां कामाख्या देवी मंदिर तंत्र साधना का भी प्रमुख केंद्र हैं। प्रतिवर्ष मंदिर में मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें देशभर से लाखों श्रद्धालु मां कामाख्या के दर्शन पूजन के लिए आते हैं। मां भगवती की कृपा से श्रद्धालु भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मां कामाख्या देवी की शक्ति से बड़ी कोई शक्ति नहीं है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि 26 जून को मंदिर के कपाट खुलेंगे। उन्होंने कहा कि मंदिर में लगे मेले को दखेकर हरिद्वार के कुंभ मेले जैसा लग रहा है। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज एवं आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरूण गिरी महाराज ने कहा कि मां कामाख्या देवी साक्षात शक्ति स्वरूपा हैं। मां कामाख्या देवी महाशक्ति का अवतार मानी जाती हैं। तमाम तंत्र साधक कामाख्या देवी मंदिर में तंत्र साधना के लिए आते हैं। मां कामाख्या देवी भक्तों को सुख समृद्धि प्रदान करती हैं। स्वामी आदियोगी महाराज ने भी अपने शिष्यों के साथ मां कामाख्या देवी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया और विश्व कल्याण की कामना की।