मैक्स हॉस्पिटल में 27वर्षीय युवक के ब्रेन ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटाया गया

 सहारनपुर। देहरादून के मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ने एक बार फिर अत्याधुनिक चिकित्सा सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। 27वर्षीय पुरुष मरीज जिसकी जाँच में प्लैनम स्फेनोइडेल मेनिंगियोमा नामक ट्यूमर होने का पता चला था। मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल मे इसकी सफल सर्जरी से मरीज की जान बचाई गई। मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज देहरादून के न्यूरो सर्जरी के प्रिंसिपल कंसल्टेंट डॉ.आनंद मोहन ठाकुर के नेतृत्व में ट्यूमर को हटाने के लिए जटिल ऑपरेशन किया और युवा मरीज को स्वस्थ किया। इस  मरीज को शुरू में दाईं आँख से कम दिखाई देने की शिकायत हुई, जो बहुत तेजी से बढ़ती रही। उनका सीटी स्कैन और एमआरआई सहित और भी टेस्ट हुए। इन टेस्टो से पता चला कि उन्हें प्लैनम स्फेनोइडेल मेनिंगियोमा की शिकायत है। प्लैनम स्फेनोइडेल मेनिंगियोमा धीमी गति से बढ़ने वाले अतिरिक्त एक्सिस ट्यूमर हैं जो स्फेनोइड साइनस (नाक के पीछे की हड्डियों में एक खोखला स्थान) की टॉप पर और ऑप्टिक नसों (आंखों के बीच) और पूर्ववर्ती क्लिनोइड प्रक्रियाओं के बीच की जगह में विकसित होते हैं। इन ट्यूमर का बढ़ना आमतौर पर ऑप्टिक नसों को पीछे और नीचे की ओर खींचता है जिसके परिणामस्वरूप दृष्टि हानि एक प्रमुख लक्षण के रूप में होती है। सारी उम्मीदें खो देने के बाद,उन्होंने मैक्स अस्पताल ,देहरादून में परामर्श लेने का फैसला किया। मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल,देहरादून में परामर्श के बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि डॉ.आनंद मोहन ठाकुर की विशेषज्ञता के तहत उनका ऑपरेशन किया जाएगा। अस्पताल और टीम की सावधानीपूर्वक देखभाल के तहत, मरीज ने ट्यूमर को हटाने के लिए एक जटिल शल्य प्रक्रिया से गुजरा। लगभग चार घंटे तक चले ऑपरेशन ने ट्यूमर को सुरक्षित रूप से निकाल लिया गया। इस जटिल ऑपरेशन के बारे में बताते हुए,मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल देहरादून में न्यूरोसर्जरी के प्रिंसिपल कंसल्टेंट डॉ.आनंद मोहन ठाकुर ने कहा,‘‘अप्रैल 2023 में की गई उनकी पहली एमआरआई रिपोर्ट की तुलना में ट्यूमर लगभग 8डड बढ़ गया था और तीनों आयामों में प्रगति कर रहा था। यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति में स्थित था,जो पिट्यूटरी ग्रंथि,ऑप्टिक नसों,कैवर्नस साइनस और प्रमुख रक्त वाहिकाओं जैसी महत्वपूर्ण संरचनाओं के बहुत करीब था। सर्जरी का लक्ष्य स्वस्थ मस्तिष्क के ऊतकों को होने वाले नुकसान को कम करते हुए ट्यूमर को पूरी तरह से हटाना था। ‘‘मैक्स की सर्जिकल टीम ने सावधानीपूर्वक योजना बनाई और फिर इस जटिल ऑपरेशन को किया, जिससे जटिलताओं के जोखिम को कम करते हुए ट्यूमर को पूरी तरह से हटाया जा सका। उन्होंने आगे कहा,‘‘शुक्र है कि हम जहाँ ट्यूमर फैल गया था उसके आस-पास के क्षेत्रों को बचाने में सक्षम हुए। हमने महत्वपूर्ण संरचनाओं को किसी भी तरह का नुकसान पहुँचाए बिना ट्यूमर को सटीकता से निकाला।