तीर्थ नगरी हरिद्वार में मनाई गई आद्य जगतगुरु शंकराचार्य जयंती
हरिद्वार। श्री जगद्गुरु आद्य शंकराचार्य स्मारक समिति के तत्वाधान में भाष्यकर भगवान आद्य शंकराचार्य जी महाराज की 1236वीं जयंती श्रद्धा भाव के साथ मनाई गई। इस अवसर पर शंकराचार्य चौक पर जहां जगतगुरु भाष्यकर भगवान आद्य शंकराचार्य जी महाराज के श्री विग्रह का पूजन तीर्थनगरी के षडदर्शन साधु समाज ने किया। वहीं विभिन्न आखाडो के महामंडलेश्वरों,संत-महंतजनों ने शंकराचार्य चौक पर विधि विधान के साथ भगवान आद्य शंकराचार्य को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। श्री मानव कल्याण आश्रम में श्री जगतगुरु आद्य शंकराचार्य स्मारक समिति के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि जी महाराज की अध्यक्षता एवं महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद जी के संचालन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ जिसमें अपने उद्बोधन में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने कहा कि भारत को धार्मिक,सांस्कृतिक,एकता के सूत्र में बांधने का कार्य भगवान आद्य शंकराचार्य जी महाराज ने किया। उन्होंने भारत की चारों दिशाओं में पीठों की स्थापना कर और उनमें विपरीत दिशाओं के आचार्य को प्रतिष्ठित कर भारत को उत्तर से दक्षिण पूरब से पश्चिम तक धार्मिक,सांस्कृतिक एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया। श्री जगदगुरु आद्य शंकराचार्य स्मारक समिति के महामंत्री श्रीमहंत देवानंद सरस्वती महाराज के संयोजन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में महामंडलेश्वर एवं भारत माता मंदिर के श्री महंत स्वामी ललिता नंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी गिरधर गिरी आदि ने जगतगुरु शंकराचार्य को वॉक श्रद्धांजलि अर्पित की। शंकराचार्य जयंती समारोह में तेरह अखाड़ों के महंत महामंडलेश्वर और संतजनांे ने प्रतिभाग किया। श्री मानव कल्याण आश्रम में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में पधारे संत महंतजनों का स्वागत श्री ललिताम्बा देवी ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी अनिरुद्ध भाटी,महंत स्वामी दुर्गेशानंद सरस्वती,स्वामी हंसानंद आदि ने किया। इस अवसर पर म.मं.स्वामी प्रबोद्धानन्द जी महाराज,स्वामी प्रेमानन्द,स्वामी कमल मुनि ,प्रशांत सैनी,सचिन अग्रवाल,लोकेश पाल,नितिन शर्मा माणा,विदित शर्मा,तरूण नैयर,दीपांशु विद्यार्थी,एड.अतुल सिंघल,सुरेन्द्र मिश्रा,ब्रह्मदत्त समेत सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।