भागवत कथा के श्रवण मात्र से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है


 हरिद्वार। साकेतवासी 1008 श्रीमहंत नृसिंह दास महाराज ढेरियाँ वाले की 19वीं पुण्यतिथि के पावन अवसर पर महंत विष्णुदास महाराज के सानिध्य में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ सप्ताह के दूसरे दिन कथाव्यास आचार्य रवि शंकर जी महाराज नैमिषारण्य ने दूसरे दिन की श्रीमद भागवत कथा की शुरुआत व्यास जी ने मंत्र पूजन के साथ की। उन्होंने कहा कि भागवत कथा के श्रवण मात्र से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है इसीलिए मनुष्य को भागवत कथा का रसपान पूरे जीवन भर करना चाहिए। उन्होंने  कथा के माध्यम से बताया कि किन किन लोगों को भागवत कथा सुनना चाहिए और क्यों सुनना चाहिए। उन्होंने बताया कि संसार में जिस किसी भी मनुष्य द्वारा जाने अंजाने में कोई ना कोई पाप जरूर हो जाता है,जो व्यक्ति क्रोधी स्वभाव का हो,छल कपट वाला व्यक्ति हो,झूट बोलता हो ऐसे लोगो को भागवत कथा सुनने से उसको पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि गंगा तट पर होने वाले भागवत का महात्म्य और भी अधिक बड़ जाता है। कथा व्यास जी ने बताया कि भागवत कथा में महात्मा और दुरुत्मा का वर्णन बताया गया है। इस अवसर पर उछाली आश्रम के परमाध्यक्ष महंत विष्णु दास महाराज ने श्रद्धालुओं से कहा कि गृहस्थ जीवन में जीवन यापन करने वाले सभी मनुष्यों को भागवत कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए। कथा में मुख्य रूप से यजमान नोएडा से पहुंचे श्रीमती सीमा एवं रामकिशन सेठ,श्रीमती प्रीति एवं विवेक गोस्वामी, श्रीमती दमनरानी नागपाल,राघव राधे कृष्णा नागपाल,लेना नागपाल, आर्यन नागपाल, मुंबई फरीदाबाद से श्रीमती राधा मनोचा,रोहित मनोचा,श्रीमती शिखा,योगेश विरमानी,रयान,गायन श्रीमती निशा,भूपेश जोशी,श्रीमती शीला देवी,हुकुमचंद,दर्शन लाल,कुंदन लाल,केदारनाथ नाग पाल,श्रीमती मधु,सुरेश अनेजा,श्रीमती नेहा,अंशुल अनेजा,श्रीमती फाल्गुनी,आकाश अनेजा, श्रीमती ममता नागपाल,श्रीमती ज्योति,हरीश नागपाल,कुणाल,एकता वैभव नागपाल, सहित बड़ी संख्या में आसपास के श्रद्धालुगण भी मौजूद रहे।