कलयुग में श्रीमद्भागवत कथा अनवरत बहने वाली ज्ञान गंगा है-श्री महंत बिष्णुदास

 


हरिद्वार। श्रीगुरू सेवक निवास में उन्नसवीं गुरु स्मृति महोत्सव के तहत जारी श्रीमद भागवत कलयुग में श्रीमद्भागवत कथा अनवरत बहने वाली ज्ञान गंगा है । कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के आखिरी दिन उछाली आश्रम परमाध्यक्ष श्रीमहंत विष्णु दास महाराज ने कहा कि इस कलयुग में श्रीमद्भागवत कथा अनवरत बहने वाली ज्ञान गंगा है। पवित्र बैशाख मास में गंगा तट पर संत महापुरूषों के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण और आयोजन दोनों ही परम कल्याणकारी हैं। कथा के प्रभाव से अधोगति में पड़े पितरों को भी मोक्ष प्राप्त होता है। कथा व्यास आचार्य रवि शंकर जी ने श्रीमद् भागवत कथा के सातवे दिन श्रद्धालु भक्तों को सुदामा चरित्र की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि भगवान अपने भक्तों की पुकार पर दौड़े चले आते हैं और उनके सभी कष्टों का निवारण कर देते हैं। सुदामा और कृष्ण परम मित्र थे। बेहद गरीबी में जीवन गुजार रहे सुदामा पत्नि के कहने पर श्रीकृष्ण से मिलने द्वारिका पहुंचे। सुदामा के आने का समाचार मिलने पर श्रीकृष्ण नंगे पैर दौड़े आए और मित्र सुदामा को गले लगा लिया। श्रीकृष्ण ने सुदामा को सिंहासन पर बैठाया और बिना कुछ मांगे ही उनके सभी दुखों को दूर कर उन्हें सर्वस्व अर्पण कर दिया। कथाव्यास ने कहा कि कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मृत्यु का भय समाप्त कर मोक्ष प्रदान करती है। श्रीमद्भागवत कथा के प्रभाव से राजा परीक्षित का मृत्यु का भय दूर हुआ और मृत्यु के उपरांत मोक्ष की प्राप्ति हुई। इसी प्रकार बुरे कर्मो के कारण अधोगति में पड़े धुंधकारी को श्रीमद्भागवत कथा के प्रभाव से बैकुण्ठ धाम में स्थान प्राप्त हुआ।इससे पूर्व कथा के अंतिम दिन मौजूद श्रद्धालुओं ने संतों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया और व्यासपीठ का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालु भक्त शामिल रहे। में मुख्य रूप से यजमान नोएडा से पहुंचे श्रीमती सीमा एवं रामकिशन सेठ श्रीमती प्रीति एवं विवेक गोस्वामी श्रीमती दमन रानी, नागपाल राघव, राधे कृष्णा नागपाल, लेना नागपाल, आर्यन नागपाल मुंबई, फरीदाबाद से श्रीमती राधा मनोचा रोहित मनोचा, श्रीमती शिखा, योगेश विरमानी, रयान गायन श्रीमती निशा भूपेश जोशी,श्रीमती शीला देवी,हुकुमचंद,दर्शन लाल,कुंदन लाल,केदारनाथ नागपाल, श्रीमती मधु सुरेश अनेजा, श्रीमती नेहा,अंशुल अनेजा,श्रीमती फाल्गुनी आकाश अनेजा,श्रीमती ममता नागपाल, श्रीमती ज्योति,हरीश नागपाल, कुणाल, एकता वैभव नागपाल ,श्रीमती चंद बृजमोहन सेठ,श्रीमती श्वेता,नितिन सेठ,वंदना,दिल्ली से फरीदाबाद से पधारे श्रीमती लवेश प्रवीण गुलाटी श्रीमती सलोनी समीर गुलाटी हिडन गुलाटी,सुरेश अरोड़ा श्रीमती रुचि,कपिल अरोड़ा,श्रीमती कविता, गौरव अरोड़ा,श्रीमती प्रियंका,जतिन अरोडा,कनिष्क ऋतिक,आराध्या,श्रीमती सरोज,जगदीश मक्कड,श्रीमती सीमा राम,किशन सेठ तथा श्रीमती प्रीति एवं विवेक गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु भी मौजूद रहे।