चारधाम यात्रा के ऑफलाइन पंजीकरण केन्द्र का जिलाधिकारी ने किया स्थलीय निरीक्षण

 हरिद्वार। चारधाम यात्रा के ऑफलाइन पंजीकरण हेतु ऋषिकुल मैदान में बनाए गए पंजीकरण केंद्रों का शनिवार को जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान चारधाम यात्रा हेतु पंजीकरण कराने पहुंचे श्रद्धालुओं बातचीत की और पंजीकरण केन्द्र पर मुहैया कराई जा रही सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया। पर्यटकों द्वारा व्यवस्थाओं विशेषकर बैठने,पेयजल,शौचालय,स्वास्थ्य परीक्षण टीम सहित उपलब्ध कराई गई सभी आधारभूत सुविधाओं की भूरीदृभूरी प्रशंसा की गई। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि पंजीकरण केंद्रों पर पंजीकरण की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाए। बुजुर्ग तथा दिव्यांग व्यक्तियों के लिए अलग से विशेष लाइन की व्यवस्था की जाए। उन्होंने जिला पर्यटन विकास अधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की संख्या के आधार पर आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त पंजीकरण केंद्र स्थापित किए जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन की पहली प्राथमिकता है कि चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो,यदि किसी कारणवश कहीं कोई समस्या आती है तो उसका तत्काल समाधान किया जाए। उन्होंने चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की कि हेल्थ चौकअप के दौरान मिलने वाली मेडिकल एडवाइज एवम एडवाइजरी का जरूर अनुपालन करें। बिना पंजीकरण कराए चार धाम यात्रा पर जाने की कोशिश न करें। पंजीकरण में प्राप्त तिथियों के आधार पर ही यात्राएं करें। मौसम विभाग द्वारा समयदृसमय पर जारी होने वाले मौसम पूर्वानुमान की भी जानकारी लेते रहें, उन्होंने कहा कि हरिद्वार में रुकने के लिए होटलों में पर्याप्त सुविधाएं हैं। निरीक्षण के दौरान एस पी सिटी स्वतंत्र कुमार, उप जिलाधिकारी मनीष सिंह,जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुरेश यादव सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित थे। जिला प्रशासन ने पंजीकरण केंद्र जिला पर्यटन कार्यालय से पंजीकरण केंद्र ऋषिकुल मैदान पर शिफ्ट कर दिया। शनिवार से शुरू हुए पंजीकरण केंद्र पर 20 काउंटर खोले जाने के अलावा बुजुर्गों के लिए भी अलग से काउंटर लगाया गया है। यही नहीं 2000 लोगों के बैठने के लिए अस्थाई हॉल बनाया गया है। पेयजल,पंखा,कूलर,एम्बुलेंस, डॉक्टर जैसी सुविधाएं यहां तीर्थ यात्रियों को दी गई हैं।