दो दिवसीय जिला स्तरीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग संपन्न

 शरीर ही सारे कर्तव्यों को पूरा करने का एकमात्र साधन है-डा.महावीर अग्रवाल


हरिद्वार। भेल सेक्टर-2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में आयोजित विद्या भारती की ओर से आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के दूसरे दिन के कार्यक्रम का शुभारंभ पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डा.महावीर अग्रवाल,सरस्वती विद्यालय मंदिर इंटर कालेज के उपप्रधानाचार्य अजय सिंह एवं सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज भेल सेक्टर-2 के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने देवी सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्पलित कर किया। प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए डा.अग्रवाल ने कहा कि शरीर ही सारे कर्तव्यों को पूरा करने का एकमात्र साधन है। इसलिए शरीर को स्वस्थ रखना बेहद आवश्यक है। सारे कर्तव्य और कार्यों की सिद्धि इसी शरीर के माध्यम से ही होनी है। अतः इस अनमोल शरीर की रक्षा करना और उसे निरोगी रखना मनुष्य का प्रथम कर्तव्य है। पहला सुख निरोगी काया यह स्वस्थ रहने का मूल-मंत्र है। उन्होंने कहा कि महापुरूषों ने सबसे पहले अपने आत्मबल को जगाया है। इसके उपरांत उन्होंने देश हित में कार्य किए हैं। मनुष्यों की शोभा आभूषणों से नहीं है। स्वस्थ विचार स्वस्थ मन ही मनुष्य के आभूषण हैं। उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षक ही बच्चों को शारीरिक रूप से सक्रिय होने के लिए प्रेरित करता है और विद्यालय के लिए शारीरिक गतिविधि निदेशक की भूमिका भी निभाता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल प्रशिक्षण में शामिल हुए सभी शिक्षकों और श्क्षििकाओं का आभार प्रकट करते हुए शिविर में प्राप्त ज्ञान से छात्र-छात्राओं को लाभान्वित करें। इस अवसर पर करूनेश सैनी,कमल सिंह रावत,अश्वनी,अमित,प्रवीण कुमार आदि मौजूद रहे।