यज्ञ करने से प्रसन्न होते हैं समस्त देवी देवता -पंडित चन्द्रसागर

 


हरिद्वार। रेलवे रोड़ स्थित श्री सुदर्शन आश्रम अखाड़ा के श्रीमहंत रघुवीर दास महाराज के संयोजन में साकेतवासी श्रीमहंत स्वामी सरस्वत्याचार्य महाराज की 33वीं पुण्यतिथी के उपलक्ष्य में आयोजित गुरूजन स्मृति महोत्सव के अवसर पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के आठवें दिन की कथा का श्रवण कराते हुए कथाव्यास हरिनामदास पंडित चन्द्रसागर महाराज ने यज्ञ का महत्व बताते हुए कहा कि यज्ञ करने से समस्त देवी देवता प्रसन्न होते हैं। देवी देवताओं की प्रसन्नता से परिवार में सुख समृद्धि का वातावरण बनता है। धन,धान्य,आरोग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। कथाव्यास ने बताया कि भगवान नारायण कहते हैं कि यज्ञ में दी जाने वाली आहुति और संत ब्रह्म भक्तों को दान पुण्य करने से वे प्रसन्न होते हैं। इसलिए प्रत्येक सद्गृहस्थ को अपने घर में यज्ञ अवश्य करना चाहिए। श्रीमहंत रघुवीर दास महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा परम् कल्याकारी है। गंगा तट पर संत महापुरूषों के सानिध्य में कथा का आयोजन और श्रवण करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। प्रत्येक व्यक्ति को श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन और श्रवण अवश्य करना चाहिए। दूसरों को भी कथा श्रवण करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस अवसर पर महंत सूरजदास,महंत जयराम दास,महंत बिहारी शरण,स्वामी अंकित शरण,महंत सुरेश दास,पुजारी गिरीष दास,विजय शर्मा,निर्मला शर्मा, अभिषेक शर्मा,तनु शर्मा,कुलदीप डोगरा,बबली डोगरा,रमेश रानी माता,सच्चिदानंद, मुनेश तिवारी, सत्यानंद सेमवाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन शामिल रहे।